रूस और यूक्रेन के बीच जंग के 46 दिन हो चुके हैं. इन दिनों में यूक्रेन के शहरों पर जो तबाही बरपी है उनसे पूरी मानवता को झकझोर दिया है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध शुरू के बाद से 45 लाख लोग यूक्रेन देश छोड़ चुके हैं. जिनमें 25 लाख से ज्यादा पड़ोसी देश पोलैंड पहुंचे हैं, जबकि बाकियों ने रोमानिया, हंगरी और मोल्दोवा का रुख किया.
रूसी सैनिक जंग में कई खतरनाक हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं. अब वे बच्चों का खून बहाने का डर दिखाकर लोगों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर रहे हैं. इसके लिए वे बच्चों के खिलौनों और टेडी बियर में विस्फोटक भरकर धमाके कर रहे हैं. यह दावा कीव में घायल लोगों का इलाज में कर रहे एक सर्जन ने किया है.
डेलीमेल की रिपोर्ट में यूरोलॉजिस्ट ऑलेक्जेंडर यत्सिन ने ऐसा दावा किया है. ब्रिटेन से डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने वाले यत्सिन पोलिश बॉर्डर से कुछ जरूरी सामान लेने आए थे. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि रूसी सैनिक यूक्रेन के बच्चों पर हमला करने के लिए तैयार हैं. इसके लिए वे साइकोलॉजिकल स्ट्रेटजी आजमा रहे हैं. रूसी सैनिक यूक्रेन के लोगों को इमोशनली कमजोर कर उन्हें सब कुछ छोड़कर जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं.
रूस और यूक्रेन जंग के अब तक के 10 अपडेट…
एक दिन पहले यूक्रेन के एक रेलवे स्टेशन में मिसाइल गिरने से कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए थे. मृतकों में ज्यादातर देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे बच्चे और महिलाएं थीं. सामने आया है कि जिस रॉकेट से यह हमला हुआ, उसके एक साइड पर रूसी में लिखा था- ‘यह बच्चों के लिए है’.
यूक्रेनी आर्मी का दावा है कि उसने 10 अप्रैल को रूसी सेना के 3 UAV ड्रोन, 3 मिसाइल और 4 हेलिकॉप्टर मार गिराए. यूक्रेन के अलग अलग शहरों से 25 शवों को मुर्दाघर पहुंचाने के लिए इरपिन में एक जगह लाया गया.
रूसी हमले के बीच मारियुपोल और लुहान्स्क से बीते रोज 2,800 से ज्यादा लोगों को निकाला गया. वहीं, यूक्रेन की सरकार ने अलग अलग शहरों में तबाह हुए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 32 मिलियन डॉलर दिए.
दूसरी तरफ वर्ल्ड बैंक का अनुमान है कि इस साल यूक्रेन की अर्थव्यवस्था लगभग आधी हो चुकी है. 10 अप्रैल को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, जंग की वजह से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को 45% से ज्यादा का नुकसान हुआ. वहीं, दुनिया भर के प्रतिबंधों से रूस की GDP में 11.2% गिरावट का अनुमान है.
ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर 11 अप्रैल यानी आज मॉस्को का जाएंगे. इससे पहले उन्होंने 9 अप्रैल को कीव का दौर भी किया था. युद्ध शुरू होने के बाद चांसलर कार्ल नेहमर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मिलने वाले यूरोपियन यूनियन के पहले नेता होंगे.
यूक्रेन के जनरल स्टाफ का कहना है कि रूस डोनबास में डिफेंस लाइन को तोड़ने के लिए हमले की तैयारी कर रहा है. उनका फोकस पोपसना, रुबिजने और न्याजने जैसे शहरों को कब्जाने पर है. इसके अलावा यूक्रेनी सेना के मुताबिक, रूस खार्किव पर एक फिर से हमला करना शुरू कर सकता है.
लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदई का कहना है कि रूसी हमले की वजह से शहर का बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. 10 अप्रैल को भी रूसी हमले की चपेट में आकर दो रिहायशी इमारतें और एक क्लिनिक डैमेज हो गया.
कीव के पास के शहर बोरोड्यांका में रूसी बमबारी द्वारा नष्ट किए गए घरों के मलबे की खुदाई की जा रही है. यहां जो लोग लापता हैं उनकी तलाश की जा रही है.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर के आंकड़े बताते हैं कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से 4,441,663 यूक्रेनी शरणार्थी देश छोड़कर जा चुके हैं. यह आंकड़ा पिछले दिन की तुलना में 59,347 अधिक था. यूक्रेन छोड़कर जाने वाले लोगों में लगभग 90% महिलाएं और बच्चे हैं.
ब्रूस स्प्रिंगस्टीन, ह्यूज जैकमैन, एल्टन जॉन, जोन बोन जोवी, जोनास ब्रदर्स और बिली एलिश समेत फिल्म, टीवी, खेल व संगीत जगत के कई सितारों ने यूक्रेन के समर्थन में एक सोशल मीडिया अभियान पर हस्ताक्षर किए हैं. ‘ग्लोबल सिटीजन’ ने शुक्रवार को सोशल मीडिया रैली में ये कैंपेन चलाया था.