म्यांमार: बीते दो दिनों से म्यांमार के रख़ाइन प्रांत में जारी हिंसा की वजह से हज़ारों लोग अपना घर छोड़कर भाग रहे हैं, म्यांमार में अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमान जान बचाकर बांग्लादेश सीमा की ओर भाग रहे हैं, बांग्लादेश के सीमा सुरक्षा बल उन्हें वापस म्यांमार की ओर खदेड़ रहे हैं, इधर पोप फ्रांसिस ने अपील की है कि रोहिंग्या मुसलमानों का शोषण बंद होना चाहिए। बौद्ध बाहुल्य म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों पर कई तरह के प्रतिबंध हैं, यहां कई सालों से रोहिंग्या और बौद्धों के बीच संघर्ष चल रहा है, इससे पहले भी हजारों रोहिंग्या जान बचाकर बांग्लादेश भाग चुके हैं, म्यांमार के सबसे ग़रीब प्रांत रख़ाइन में दस लाख से अधिक रोहिंग्या रहते हैं, कई तरह के प्रतिबंधों की वजह से रोहिंग्या समुदाय के बीच कट्टरपंथ की ओर रुझान बढ़ रहा है। समाचार एजेंसी ए.एफ़.पी के मुताबिक, हाल के दिनों में क़रीब तीन हज़ार रोहिंग्या बांग्लादेश पहुंचने में कामयाब रहे हैं, जहां उन्होंने कैंपों और गांवों में शरण ली है। बांग्लादेशी सेना शरणार्थियों को बांग्लादेश में घुसने से रोक रही है, महिलों और बच्चों सहित कई लोग बॉर्डर के आस – पास रुके हुए हैं ।