नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्णा के खिलाफ इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने बड़ी कार्रवाई शुरू की है. पद रहते हुए चित्रा ने भर्तियों के साथ अन्य कार्यों में बड़ी मनमानी की थी.
आयकर विभाग ने 17 फरवरी को चित्रा के मुंबई स्थित आवास पर छापा मारा और कई घंटे तक तलाशी ली. NSE की प्रबंध निदेशक (MD) सीईओ रहीं चित्रा के खिलाफ सेबी ने भी बड़ी कार्रवाई की थी. बाजार नियामक सेबी ने 11 फरवरी को चित्रा पर जुर्माना लगाने के साथ NSE पर भी छह महीने तक नए उत्पाद लांच करने पर रोक लगा दी थी.
हिमालय वाले बाबा को देती थी सीक्रेट जानकारी
सेबी की जांच में पता चला है कि दिसंबर 2016 में अपना पद छोड़ने से पहले चित्रा NSE की कई सीक्रेट जानकारियां एक अननोन पर्सन के साथ ईमेल से साझा करती थीं. यह मेल किसी हिमालय वाले बाबा के नाम की थी. सेबी के अनुसार, वे ऑर्गेनाइजेशन के स्ट्रक्चर, डिविडेंट सिनेरियो, फाइनेंशियल रिजल्ट और एचआर पॉलिसी की सीक्रेट जानकारियां साझा करतीं थी. यह सिलसिला 2014 से 2014 तक चला.
3 करोड़ का लगाया था जुर्माना
सेबी ने वरिष्ठ अधिकारी आनंद सुब्रमणियन की नियुक्ति में अनियमितता बरतने पर चित्रा के खिलाफ 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. मामला खुलने पर चित्रा ने कहा कि वे हिमालय में रहने वाले एक योगी की सलाह पर आनंद की नियुक्ति की थी. आनंद 1 अप्रैल 2013 से NSE के चीफ स्ट्रेटजिक एडवाइजर थे और बाद में उन्हें ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर बना दिया गया.