अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस के राष्ट्रपति से यूक्रेन की सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिकों के जमावड़े को हटाने को शनिवार को फिर से कहा, साथ ही रूस को चेतावनी दी कि अगर वह यूक्रेन पर आक्रमण करता है तो अमेरिका और उसके सहयोगी ‘‘ दृढ़ता से जवाब देंगे और उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी.’’
अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी. जानकारी के अनुसार बाइडन ने पुतिन से कहा,‘‘आक्रमण का अंजाम ‘व्यापक मानवीय पीड़ा’ होगी और रूस की छवि धूमिल’ होगी। साथ ही बाइडन ने पुतिन से यह भी कहा कि अमेरिका यूक्रेन पर कूटनीति जारी रखेगा लेकिन ‘अन्य परिदृश्यों के लिए भी समान रूप से तैयार है’.
62 मिनट तक हुई बातचीत
यूक्रेन संकट के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तथा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच फोन पर 62 मिनट तक बातचीत हुई. दोनों नेताओं के बीच बातचीत तब हुई जब बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने खुफिया सूचनाओं का हवाला देते हुए आगाह किया कि रूस कुछ ही दिन में और बीजिंग में चल रहे शीत ओलंपिक के 20 फरवरी को समाप्त होने से पहले आक्रमण कर सकता है.
सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिकों का जमावड़ा
गौरतलब है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिकों का जमावड़ा कर रखा है और पड़ोसी देश बेलारूस में युद्धाभ्यास के लिए अपने सैनिक भेजे हैं. हालांकि रूस लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि वह यूक्रेन पर आक्रमण करने वाला है.