वाशिंगटन, कश्मीर में आतंकवाद फैलाने वाले पाकिस्तान के आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाते हुए उसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन घोषित किया है, पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बेनकाब करने की भारत की कोशिशों के लिए इसे बड़ी कामयाबी समझा जा रहा है। कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए हिज्बुल मुजाहिदीन पाकिस्तान से अपनी गतिविधि भारत में संचालित करने का प्रयास करता रहता है। अमेरिका से जारी बयान में कहा गया है कि उसने पाकिस्तान स्थित हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकवादी संगठन को बैन कर दिया है, प्रतिबंध का सीधा मतलब यह है कि अमेरिका में मौजूद आतंकी संगठन की किसी भी संपत्ति को जब्त किया जाएगा और अमेरिकियों से कहा जाएगा कि वे इस आतंकी संगठन से किसी भी तरह का लेन-देन न करें। ज्ञात हो जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात से ठीक पहले अमेरिकी विदेश विभाग ने हिज्बुल मुजाहिदीन के मुखिया सैयद सलाहुद्दीन का नाम अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल कर लिया था। इस कार्रवाई के बाद अब कोई भी अमेरिकी नागरिक सलाहुद्दीन के साथ किसी भी तरह का वित्तीय लेन-देन नहीं कर सकता, साथ ही अमेरिका में उसकी कोई भी प्रॉपर्टी जब्त की जा सकेगी। उधर, सलाहुद्दीन ने अमेरिका द्वारा हिज्बुल मुजाहिदीन को वैश्विक आतंकी घोषित करने के फैसले को मूर्खतापूर्ण बताया था। हिज्बुल सरगना ने कहा था, वे हमें आतंकी घोषित करने के लिए सबूत के तौर पर एक घटना का जिक्र भी नहीं कर सकते हैं। इस मूर्खतापूर्ण फैसले से हमारा विश्वास नहीं टूटने वाला है। हम कश्मीर के मसले पर जिहाद जारी रखेंगे। अमेरिका के इस कदम का पाकिस्तान ने भी विरोध किया था और हिज्बुल सरगना का बचाव किया था।