वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण (Nirmala Sitharaman) ने इकोनॉमिक सर्वे 2022 (Economic Survey 2022) के जरिये इकोनॉमी के लिए कई पॉजिटिव बातें कही हैं. उन्होंने दावा किया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था कोविड के चैलेंज को पूरा करने में सक्षम है और हम दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था बन जाएंगे.
वित्तमंत्री ने कहा, ‘वित्तवर्ष 2021-22 में जीडीपी की ग्रोथ 9.2 फीसदी रहने का अनुमान है. इससे भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला अर्थव्यवस्था होगा. आने वाले दिनों में रोजगार के नए मौकों में अच्छी वृद्धि दिख सकती है. इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार अपना फोकस बनाए रखेगी, जिससे इन्वेस्टमेंट बढ़ेगा. यह स्टॉक मार्केट्स के लिए भी अच्छा होगा.’ हम बता रहे हैं Economic Survey की अन्य बड़ी बातें…
महंगाई और एनपीए पर सरकार ने पाया काबू
-देश में दिसंबर की खुदरा महंगाई दर अनुमान के मुताबिक 5.6 फीसदी पर रही और महंगाई के आंकड़ों को काबू में रखने में सफलता मिल रही है. वित्तवर्ष 2022 में अप्रैल-दिसंबर के बीच रिटेल महंगाई दर या CPI को 5.2 फीसदी पर रखने में सफल रहे.
-बैंकिंग सिस्टम में पर्याप्त पूंजी मौजूद है और बैंकों के एनपीए को घटाने में कामयाबी हासिल हुई है.
-देश का एक्सपोर्ट और इंपोर्ट प्री-कोविड के स्तर पर पहुंच गया है. देश में आर्थिक सुधार के लिए मजबूत सपोर्ट देखा जा रहा है. 2021-22 का ग्रोथ अनुमान 70-75 डॉलर प्रति बैरल की क्रूड कीमत के आधार पर रखा गया है.
-वित्तवर्ष 2022 के लिए वित्तीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करने की राह पर हैं. दूसरी छमाही में करेंट अकाउंट डेफिसिट के बढ़ने का अनुमान है.
-ग्लोबल सप्लाई चेन में बाधा कम हुई है और देश के आयात और निर्यात प्री-कोविड स्तर पर आ चुकी हैं.
-रेलवे सेक्टर में अगले दशक में बड़ा केपैक्स आने का अनुमान है. रेलवे के साथ साथ लोकोमोटिव सेग्मेंट में भी सरकार के इनोवेशन का नतीजा देखा जा रहा है.
-देश में 13 महीने के इंपोर्ट के बराबर फॉरेक्स रिजर्व मौजूद है. सरकार जरूरत पर अतिरिक्त वित्तीय सहायता के लिए भी तैयार है.
किस क्षेत्र में कितनी रहेगी ग्रोथ रेट
-2021-22 में इंडियन इकोनॉमी की जीडीपी ग्रोथ 9.2 फीसदी रहेगी.
-अगले वित्त वर्ष (2022-23) में जीडीपी ग्रोथ 8 से 8.5 फीसदी रहने का अनुमान है.
-2021-22 में एग्रीकल्चर सेक्टर की ग्रोथ 3.9 फीसदी रहेगी.
-इंडस्ट्रियल सेक्टर की ग्रोथ 11.8 फीसदी रहने का अनुमान है.
-सर्विस सेक्टर की ग्रोथ 8.2 फीसदी रह सकती है.
-एक्सपोर्ट में 16.5 फीसदी और इंपोर्ट में 29.4 फीसदी वृद्धि का अनुमान है.
-चालू वित्त वर्ष में खपत (कंजम्प्शन) 7 फीसदी बढ़ा है.
-अप्रैल-नवंबर में रेलवे का कैपिटल एक्सपेंडिचर 65,157 करोड़ रुपये रहा है.
-क्रूड ऑयल की कीमत 70-75 डॉलर प्रति बैरल रहने का अनुमान है.