एक बार फिर से विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की तरफ से अपनी वेबसाइट पर भारत के नक्शे को गलत तरीके से प्रस्तुत करने का मामला सामने आया है. डब्ल्यूएचओ ने अपनी वेबसाइट पर कश्मीर को पाकिस्तान (Pakistan) और चीन (China) का हिस्सा दिखाया है. हालांकि इसको लेकर भारत की तरफ से कड़ी आपत्ति के बाद WHO ने भी एक्शन ले लिया है.
इस मामले पर सोमवार को भारत के विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन (Minister of State for External Affairs of India) ने लिखित जवाब देते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से वेबसाइट पर भारत के नक्शे को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया था. जानकारी मिलते ही भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और जोरदार तरीके से इस सवाल को उठाया. उन्होंने सदन को बताया कि इसके जवाब में डब्ल्यूएचओ ने जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन को सूचित किया कि उन्होंने पोर्टल पर इसे लेकर एक अस्वीकृति डाल दी है.
गौरतलब है कि भारत के नक्शे को गलत तरीके पेश करने को लेकर टीएमसी सांसद डॉ. शांतनु सेन ने आपत्ति जताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा था. अपने पत्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस कदम का विरोध करने की मांग की थी.
यह पहली बार नहीं हुआ है जब डब्ल्यूएचओ द्वारा भारत के नक्शे को गलत तरह से प्रस्तुत किया गया हो इससे पहले भी वह भारत के नक्शे को लेकर विवाद में घिर चुका है. इस बार डब्ल्यूएचओ ने जम्मू-कश्मीर को दो अलग-अलग रंगों में दिखाया था. जम्मू-कश्मीर राज्य को पाकिस्तान और चीन का हिस्सा बताया गया था. इतना ही नहीं शांतनु सेन ने अपने पत्र में पीएम को बताया कि डब्ल्यूएचओ ने अरुणाचल प्रदेश को भी भारत से अलग हिस्सा बताया.