पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) ने एक बार फिर कहा कि देश की सेना (Pakistan Army) के साथ उनकी सरकार के रिश्तों में कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार और सेना के बीच दरार होने का विपक्ष का आरोप खत्म हो चुका है. मीडिया में मंगलवार को प्रकाशित एक खबर में यह जानकारी दी गई है. स्थानीय ‘डॉन’ अखबार के अनुसार, खान ने सत्तारूढ़ दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf) के प्रवक्ताओं की एक बैठक में सोमवार को कहा कि ‘आजकल सेना और प्रशासन के बीच संबंध अभूतपूर्व हैं.’
इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार और सेना के बीच ‘असाधारण’ संबंध हैं और उनके बीच खटास होने का विपक्ष का आरोप खत्म हो चुका है. अखबार के अनुसार, प्रधानमंत्री खान ने गत सप्ताह एक पत्रकार के साथ हुई बैठक में भी ऐसे ही विचार व्यक्त किए थे (Pakistan Opposition Parties). खान से जब सेना और विपक्षी दल (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज) पीएमएल-एन के बीच उनकी (इमरान खान) सरकार को हटाने के लिए हुए संभावित समझौते की खबरों और किसी तरह के खतरे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो निजी तौर पर किसी तरह के दबाव में नहीं हैं.
कार्यकाल पूरा करने की उम्मीद
इमरान खान ने कहा कि वह सरकार के सहयोगियों का सहयोग प्राप्त कर रहे हैं. उन्होंने ये उम्मीद भी जताई कि सरकार अपना वर्तमान पांच साल का कार्यकाल पूरा कर लेगी. विभाजन के बाद से पाकिस्तान में सेना की ही चलती है. सेना की मर्जी से ही सरकारें आती जाती हैं. इसके अलावा सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े फैसले भी पाकिस्तान की सेना ही लेती है. दरअसल बीते दिनों खबर आई थी कि नए आईएसआई (पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी) चीफ की नियुक्ति को लेकर शुरू हुए विवाद के कारण सेना और पाकिस्तान सरकार के बीच दरार आ गई है और सेना इमरान खान की सरकार को हटाना चाहती है.
मरी मामले में सेना की तारीफ की
इमरान खान के सहयोगी ने भी मरी में किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर सेना की तारीफ की. पाकिस्तान के रावलपिंडी में मौजूद इस हिल स्टेशन में लोग बर्फबारी में फंस गए थे. जिसके चलते ऑक्सीजन, पानी और खाने की कमी के कारण उनकी अपनी गाड़ियों के भीतर ही मौत हो गई. जिसके बाद सेना ने बाकी फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं.
इमरान खान ने इस घाटना को लेकर कहा कि पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन बुनियादी ढांचे में कोई सुधार नहीं किया गया. ऐसे में यहां सुविधाएं बढ़ाए जाने और नए होटल खोलने की जरूरत है.