इस्लामाबाद, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पी.एम.एल-एन) की तरफ से अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में नामित शाहिद खाकान अब्बासी के खिलाफ नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो (एन.ए.बी) तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एल.एन.जी) के आयात के ठेके में 220 अरब रुपये के भ्रष्टाचार की जांच कर रहा है। मीडिया के मुताबिक, पूर्व पेट्रोलियम मंत्री अब्बासी साल 2015 में एन.ए.बी द्वारा दर्ज मामले में मुख्य आरोपी हैं। मामले के अन्य आरोपियों में पेट्रोलियम सचिव आबिद सईद, अंतर्राज्यीय गैस प्रणाली (आई.एस.जी.एस) के प्रबंध निदेशक मोबिन सौलत, निजी कंपनी एंग्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी.ई.ओ) एमरानुल हक तथा सुई साउदर्न गैस कंपनी (एस.एस.जी.सी) के पूर्व प्रबंधन निदेशक जुहेर अहमद सिद्दिकी शामिल हैं। एनएबी के दस्तावेजों के मुताबिक, पब्लिक प्रोक्योरमेंट रेग्युलेटरी अथॉरिटी (पी.पी.आर.ए) के नियमों तथा संबंधित कानूनों का उल्लंघन करते हुए साल 2013 में एंग्रो कंपनी की सहायक कंपनी एलेंग्री टर्मिनल को एलएनजी आयात तथा वितरण का ठेका प्रदान किया गया था। यह मामला योजना आयोग तथा एसएसजीसी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के पूर्व सदस्य शाहिद सत्तार की शिकायत पर दर्ज किया गया था। शाहिद अब्बासी 45 दिनों तक पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री का पदभार संभालेंगे, इस बीच में पंजाब के मुख्यमंत्री और नवाज के भाई शहबाज शरीफ चुनाव लड़कर राष्ट्रीय असेंबली में अपनी जगह बनाएंगे और फिर वह शाहिद अब्बासी की जगह पीएम की कुर्सी संभालेंगे। शाहिद के अलावा ख्वाजा मोहम्मद अब्बासी के नाम पर भी पीएम पद के लिए चर्चा हो रही थी। ज्ञात है कि पनामागेट मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। पांच सदस्यों की खंडपीठ ने नवाज को वजीरे आज़म के पद और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने का निर्देश दिया था, नवाज के खिलाफ अब एन.ए.बी में आगे की जांच होगी, पाकिस्तान में अगला आम चुनाव 2018 में होना है।