आज के समय में सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि मां बाप भी इंटरनेट के एडिक्शन का शिकार हैं. आज के समय में हर कोई सोशल मीडिया (Social media) से जुड़ा हुआ है. अगर आप एक पेरेंट्स (Parents) हैं और आप सोशल मीडिया पर जैसे टिवटर, फेसबुक,इंस्टाग्राम आदि से जुड़े हुए हैं, तो आप बच्चों पर कम ध्यान दे पाते हैं. अक्सर माता –पिता बच्चों के साथ बैठ कर उन्हें खेल में बिजी करके उनके सामने खुद ही सोशल साइट पर चैट करने लगते हैं. उनको ये लगता हैं कि उनका बच्चा तो खेल में व्यस्त है, लेकिन ऐसा करने से बच्चों पर बुरा असर पड़ सकता है. बच्चों को लग सकता है कि आपका ध्यान सोशल मीडिया पर है. जब वह आपका ध्यान पाने की उम्मीद करता है, तब आप इंटरनेट पर बिजी हो जाते हैं. इससे बच्चे की मानसिकता पर असर पड़ता है. वह चिड़चिड़ा हो सकता है. इसलिए पेरेंट्स को बच्चों के सामने ज्यादा टाइम अपने मोबाइल फोन में व्यस्त नहीं रहना चाहिए.
क्या कहती है रिसर्च
रिसर्च के हिसाब से जो पेरेंट्स टेक्स्ट, ई-मेल ,सोशल मीडिया अपडेट में ज्यादा व्यस्त रहते हैं, उनके बच्चे ज्यादा दुर्व्यवहार करते हैं. इसलिए जरूरी है कि फोन को छोड़कर अपने बच्चों के साथ समय जरूर बिताएं और उन पर जितना ज्यादा हो सके ध्यान दें.
घर में बनाएं नियम
जब पेरेंट्स फोन में अक्सर उलझे रहेंगे, तो बच्चे भी यह देखकर ज्यादातर समय फोन में लगाएंगे. ऐसे में जरूरी है कि इसके लिए कुछ नियम बनाएं, खास करके खाना खाते वक्त किसी भी फोन या टैब को डाइनिंग टेबल पर न आने दें.
सोशल मीडिया को न कहना
लगातार सोशल मीडिया या अपना फोन अगर आप चेक करते रहेंगे, तो इसका आपके बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. इसके लिए जरूरी है कि सोशल मीडिया से थोड़ी दूरी बनाए.
छुट्टी पर फोन से रहें दूर
अगर कहीं घूमने जा रहे हैं तो फोटो जरूर लें लेकिन उसको सोशल मीडिया पर तुरंत अपलोड करने के बजाय कुछ समय अपने फैमिली और बच्चों के साथ बिताएं . इसके लिए जरूरी है कि छुट्टी के दौरान अपने फोन को साइलेंट या फ्लाइट मोड में डाल दें जिससे आप फोटो तो क्लिक कर पाएंगे लेकिन अपलोड करने में वक्त लगेगा.