पटना, 25 जुलाई; मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज.द.यू प्रवक्ता नीरज कुमार, अजय आलोक समेत बड़े नेताओं ने संकेत दिये हैं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना लौट कर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रणब मुखर्जी के सम्मान में पिछले दिनों दिये गये भोज में शामिल होने के लिए दिल्ली दौरे के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से करीब 30 मिनट मुलाकात की थी, उसके बाद से ही कयास लगाया जा रहा है, कि नीतीश कुमार कोई फैसला ले सकते हैं। नीतीश, भारत के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए नई दिल्ली गए हुए हैं, इसीलिए अब कैबिनेट की बैठक बुधवार को होगी और बड़े फैसले के साथ ही 28 जुलाई से शुरू हो रहे बिहार विधानसभा के आगामी मानसून सत्र के लिए चर्चा की जाएगी। इधर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर ज.द.यू अपने स्टैंड पर कायम है, नीतीश भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करना कहते, वहीं रा.ज.द तेजस्वी यादव के इस्तीफे के लिए तैयार नहीं है। दोनों दलों के बीच चल रही तल्ख बयानबाजी और गहरे हुए मतभेद से यू.पी.ए खासकर कांग्रेस भी खुश नहीं हैं। नीतीश कुमार शुरू से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते रहे हैं और आज भी वो इस पर कोई समझौता नहीं कर सकते। ज्ञात हो कि 16 जून 2013 को कैबिनेट की बैठक आयोजित करने के बाद, नीतीश ने अपनी सरकार से सभी 11 भाजपा मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया था और राज्यपाल से अपना बहुमत साबित करने के लिए विधानसभा के एक विशेष सत्र का आयोजन करने के लिए कहा, जिसका असर ज.द.यू – बी.जे.पी के रिश्तों का असर पड़ा था, परन्तु वर्तमान परिस्थिति में नीतीश पुन: भा.ज.पा से मदद ले सकते हैं, साथ ही बुधवार को बिहार के प्रभारी राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी भी प्रभार ग्रहण करने के बाद पहली बार बिहार आ रहे हैं।