देश की सबसे बड़ी की सबसे बड़ी आईटी फर्म टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस (Tata Consultancy Services) ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष (2021-22) की दूसरी तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे घोषित कर दिए. कंपनी ने सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही में 9,624 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो जून तिमाही में 9,008 करोड़ रुपये था.
टीसीएस की इनकम 2021-22 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 46,867 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 40,135 करोड़ रुपये थी. कंपनी के सीईओ और एमडी राजेश गोपीनाथन ने कहा, ”मजबूत और निरंतर मांग का माहौल हमारे ग्राहकों के लिए पसंदीदा ग्रोथ और ट्रांसफॉर्मेशन पार्टनर के रूप में खुद को स्थापित करने का दशकों में मिलने वाला एक मौका होता है.”
उन्होंने आगे कहा, ”हम क्षमताओं को मजबूत करने में इन्वेस्ट करने के लिए ग्रोथ टेलविंड का इस्तेमाल कर रहे हैं और ऑफर्स का एक बड़ा पोर्टफोलियो तैयार कर रहे हैं, जो बिजनेस साइकिल में एंटरप्राइज में शेयर होल्डर्स के समूह को पूरा करता है, हमारे ब्रांड को मजबूत करता है और हमारे बिजनेस को ज्यादा लचीला बनाता है.”
टीसीएस शेयर की कीमत, जो दिन में पहले 3,990 रुपये के नए रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई थी, वो सितंबर तिमाही के नतीजों से पहले 1.1 फीसदी बढ़कर 3,935.30 रुपये पर बंद हुई. कंपनी का मार्केट कैपिटल 14.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा था.
वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22.5 फीसदी प्रॉफिट के साथ, ये इंफोसिस (लगभग 24 फीसदी ऊपर) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज (33 फीसदी ऊपर) के बाद निफ्टी आईटी इंडेक्स में मौजूद शेयरों में सबसे कम प्रॉफिट वाला था.