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दिल्ली मेट्रो के पहिए सोमवार को थमने की संभावना।

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नई दिल्ली,23 जुलाई : दिल्ली मेट्रो के पहिए सोमवार को थमने की संभावना और भी बढ़ गई है, 24 जुलाई को प्रस्तावित काम बंद आंदोलन को रोकने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच चली हुई बैठक बेनतीजा साबित हुई है, पांच घंटे चली बैठक में अधिकारियों ने कर्मचारियों को काफी समझाने की कोशिश की और यात्रियों की असुविधा का ख्याल करते हुए पूर्ण काम बंदी के फैसले को बदलने का अनुरोध किया पर कर्मी नहीं माने और कर्मचारी अपनी मांगों लेकर अड़े हुए हैं, हालांकि डी.एम.आर.सी के अधिकारियों ने कहा है कि वे शाम को एक बार फिर से कर्मचारियों के नेता के साथ बैठक करेंगे, ताकि पूर्ण काम बंदी को टाला जा सके। उधर डी.एम.आर.सी के स्टॉफ काउंसिल के सचिव अनिल महतो ने बताया कि 29 मई 2015 को DMRC ने कर्मचारियों के साथ एक समझौता किया था, जिसके तहत कर्मचारियों को बढ़े हुए पे-स्केल पर सैलरी देने की बात कही गई थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. विरोध करने पर उलटा एक कर्मचारी को टर्मिनेट कर दिया गया. अनिल महतो का दावा है कि ऑपरेशन कंट्रोल रूम में फोटो खिंचावाने के आरोप में चार्जशीट दी गई है, आरोप है कि कई कर्मचारियों को नेगेटिव प्वाइंट दिए गए और कुछ को नोटिस थमा दिया गया. स्टॉफ काउंसिल के अनुसार ये मांगें मानी गई, तभी वापस होगी हड़ताल;

1. डीएमआरसी के कर्मचारियों की मांग है कि उनकी सैलरी बढ़ाई जाए. 29 मई 2015 के समझौते के तहत कर्मचारियों     को एक समान वेतन दिया जाए।
2. 12 साल की नौकरी के बाद हटाए गए विनोद शाह को वापस लिया जाए।
3. अनिल महतो और काउंसिल के सदस्य रवि भारद्वाज को दी गई चार्जशीट खत्म की जाए।
4. जिन कर्मचारियों को नेगेटिव मार्किंग दी गई है, पॉजिटिव किया जाए।
5. नौकरियों के प्रश्नपत्र लीक मामले की सीबीआई जांच हो।

डी.एम.आर.सी के के प्रवक्ता अनुज दयाल का कहना है कि कर्मचारियों की सैलरी बढ़ोत्तरी की मांग को एचआर विभाग को सौंप दिया गया है, साथ ही ये भी बताया कि तीसरे वेतन आयोग की सिफारिशों को सरकार मान चुकी है, आदेश जल्द जारी हो सकते हैं, इसलिए वेतन के मुद्दे जल्द सुलझा लिए जाएंगे, हालांकि उन्होंने कर्मचारियों पर की गई कार्रवाई को अनुशासनहीनता से जुड़ा बताया, इसलिए इस पर कदम वापस लेने का फैसला लेने का सवाल ही नहीं है। यदि हड़ताल वापस नहीं होती है तो दिल्ली वालों का हलकान होना लाजिमी है, दिल्ली एनसीआर में करीब 300 मेट्रो ट्रेनें चलती हैं. इनमें करीब 30 से 35 लाख यात्री रोजाना सफर करते हैं।

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