राजस्थान में हुई भारी बारिश (Heavy rain) से करोड़ों रुपये की फसलें बर्बाद हो गईं हैं. इससे किसानों के माथे पर फिर से चिंता की लकीरें उभरने लगी है. इस बीच कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने बाढ़ प्रभावित जिलों के कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि वे तत्काल बर्बाद हुई फसलों का सर्वे कराएं और उसकी रिपोर्ट सरकार को भेजें. दूसरी ओर पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बाढ़ से तबाह हुई फसलों का मुआवजा दिलाने के लिए कहा है. छबड़ा विधायक एवं पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और बारां जिला कलक्टर को पत्र लिखकर विधानसभा क्षेत्र छबड़ा सहित बारां जिले में पिछले कई दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश होने के कारण क्षेत्र में हुए नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि जिला कलक्टर्स से बाढ़ के कारण हुए फसल खराबे की रिपोर्ट मांगी गई है. उन्हें अपने जिलों में तत्काल सर्वे करने के लिए कहा गया है. जिला कलक्टर्स की रिपोर्ट आते ही किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाया जाएगा. उन्होंने कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ समेत बाढ़ प्रभावित जिलों के कलेक्टर्स से फोन पर बात कर नुकसान का आंकलन करने के लिए कहा है.
पूर्व मंत्री सिंघवी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा
इधर सिंघवी ने सीएम को लिखा है कि हाड़ौती समेत प्रदेश के दक्षिणी पूर्वी जिलों में भारी बारिश से बड़े पैमाने पर फसलों के खराब होने की खबर है. भारी बारिश होने से क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात जारी है. मूसलाधार बारिश से पार्वती, रेणुका, अंधेरी, परवन व ल्हासी नदी उफान पर चल रही है और बैंथली, हिंगलोट व ल्हासी डेम पर चादर चल रही है.
लगातार बारिश से किसानों की फसल खराब
सिंघवी ने कहा कि नदी-नाले उफान पर होने से अधिकांश गावों और कस्बों का संपर्क टूटा हुआ है. छबड़ा-छीपाबड़ौद क्षेत्र में लगातार बारिश होने से किसानों की फसले खराब हो गई हैं. लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. क्षेत्र में भारी बारिश व तेज हवा चलने से काफी संख्या में कच्चे और पक्के मकान गिर गए हैं. ऐसे परिवारों के सामने रहने एवं खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है. कई जगह विद्युत पोल गिरने से आपूर्ति बाधित हो रही है.
बारिश से प्रभावितों को तत्काल मुआवजा दें
उन्होंने पत्र में कहा है कि हाड़ौती क्षेत्र में पशुधन का भी बहुत नुकसान हुआ है. सिंघवी ने छबड़ा विधानसभा क्षेत्र में भारी बारिश से किसानों की फसलों में हुए नुकसान, कच्चे/पक्के मकान गिरने एवं पशुधन के हुए नुकसान का सर्वे कराकर प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की है.