खजुराहो में होगा तीन दिवसीय आयोजन
विश्व धरोहर स्थल एवं ऐतिहासिक पर्यटन नगरी खजुराहो में पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत तथा मध्यप्रदेश शासन के सहयोग से मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा नवनिर्मित छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का लोकार्पण एवं MICE रोड-शो “मीट इन इंडिया” का शुभारंभ, शुक्रवार, दिनांक 26 मार्च 2021 को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान द्वारा केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री, श्री प्रहलाद सिंह पटेल एवं प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति अध्यात्म मंत्री, सुश्री उषा ठाकुर, खजुराहो सांसद, श्री विष्णुदत्त शर्मा, पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के सचिव, श्री अरविन्द सिंह, मध्यप्रदेश शासन के पर्यटन एवं संस्कृति के प्रमुख सचिव, श्री शिवशेखर शुक्ला तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया जायेगा, यह जानकारी, मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री एस.विश्वनाथन ने देते हुए बताया कि यह एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर (International level) का कन्वेंशन सेंटर है जिसमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, उक्त लोकार्पण कार्यक्रम में इंडिया कन्वेंशन प्रमोशन ब्यूरो (ICPB) तथा देश के अन्य शहरों से ट्रेवल एजेंट्स, टूर ऑपरेटर्स, सहित इंवेट मैनेजमेंट एजेंसीज़, कार्पोरेट क्लाइंट्स, स्टेकहोल्डर्स व अन्य अतिथिगण सीमित संख्या में शामिल होंगे, म.प्र. पर्यटन द्वारा निर्माण एवं विकास कार्यों की श्रृंखला में छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का निर्माण एवं लोकार्पण एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे भविष्य में मध्यप्रदेश में होने वाली इन्वेस्टर्स मीट एवं शासकीय/निजी तथा कॉर्पोरेट कॉन्फ्रेन्सेस हेतु यह कन्वेंशन सेंटर उपयोगी साबित होगा साथ ही राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर की कॉर्पोरेट मीट, कॉन्फ्रेन्सेस यहां आयोजित होगी जिससे न केवल खजुराहो बल्कि पन्ना, ओरछा, बांधवगढ़ आदि पर्यटन स्थलों पर व्यवसायिक वद्धि होने के साथ ही यहां के स्थानीय लोगो को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
श्री विश्वनाथन ने बताया कि इस तीन दिवसीय आयोजन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे जिसके अंतर्गत प्रख्यात मैहर बैण्ड तथा प्रदेश के लोक नृत्यों दलो द्वारा प्रस्तुतियां दी जायेंगी।
अनेक सत्र होंगे आयोजित
श्री विश्वनाथन ने बताया कि इस तीन दिवसीय आयोजन का प्रथम सत्र दिनांक 25 मार्च को रिस्पांसिबल टूरिज्म सोसायटी ऑफ इंडिया (RTSOI) के सहयोग से रिस्पांसिबल टूरिज्म विषय पर आधारित होगा, जिसके अंतर्गत मुख्य बिन्दू कैसे खजुराहो आइकॉनिक डेस्टिनेंशन (Iconic Destination) के रूप में रिस्पांसिबल टूरिज्म का उदाहरण बन सकता है इस विषय पर पर्यटन विशेषज्ञ अपना वक्तव्य देंगे। इस सत्र में म.प्र. पर्यटन, जिला प्रशासन, पंचायती राज्य संस्था, होटल व्यवसायी, होम स्टे, गाईड्स तथा स्थानीय ट्रेवल एजेंट, टूर ऑपरेटर शामिल होंगे।
द्वितीय दिवस 26 मार्च 2021 को इंडिया कन्वेंशन प्रमोशन ब्यूरो India Convention Promotion Bureau (ICPB) के वाइस चैयरमेन श्री अमरेश तिवारी रोड मैप फॉर माइस इंडस्ट्री (Road Map For MICE Industry) विषय पर अपना वक्तव्य देंगे इसके साथ ही पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव श्री अरविंद सिंह माइस टूरिज्म के राष्ट्रीय महत्व (National Vision on MICE) पर अपना उद्बोधन देंगे साथ ही म.प्र. पर्यटन के पूर्व प्रबंध संचालक श्री अश्वनि लोहानी सत्र को वर्चुअली संबोधित करेंगे तथा म.प्र. शासन के प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति श्री शिवशेखर शुक्ला मध्यप्रदेश माइस विजन (MP MICE Vision) विषय पर अपना उद्बोधन देंगे।
द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र का विषय होगा ‘’मीट इन इंडिया’’ माइस डेस्टिनेशन के रूप में भारत। इस सत्र में भारत को माइस डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक रणनीति और कार्य जैसे होटलों का विस्तार, कनेक्टिविटी, सर्विस प्रोवाइडर की उपलब्धता, कुशल मानव संसाधनों की उपलब्धता जैसे विषयों पर विचार-विमर्श होगा। इस सत्र को पर्यटन उद्योग के विशेषज्ञ तथा ICPB के सदस्य संबोधित करेंगे।
द्वितीय सत्र का विषय होगा- ‘’आइकॉनिक खजुराहो की संस्कृति, प्रकृति एवं धरोहर’’ जैसे कि विदित है कि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार ने पूरे भारत में 19 आइकॉनिक पर्यटन स्थल चिन्हित किए है। जिनमें खजुराहो भी शामिल है। इन स्थलों को विश्व स्तर देने के लिए मंत्रालय खाका तैयार कर रहा है। इस सत्र में आइकॉनिक खजुराहो के मास्टर प्लान पर विचार-विमर्श होगा साथ ही खजुराहो को सस्टेनेबल और रिस्पांसिबल टूरिज्म गंतव्य के रूप में स्थापित करने में आवश्यक रणनीतियों पर चर्चा होगी।
तृतीय सत्र यह आइकॉनिक गंतव्य खजुराहो का तकनीकी सत्र होगा। इस सत्र में खजुराहो के प्रस्तावित मास्टर प्लान पर विस्तार से चर्चा होगी डेस्टीनेशन, मार्केटिंग, प्रचार-प्रसार कौशल विकास, धरोहर एवं गंतव्य प्रबंधन जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इस सत्र में उद्योग के विशेषज्ञ, योजनाकार आदि सहभागिता करेंगे।
तृतीय दिवस 27 मार्च को हेरिटेज वॉक और वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित होगा। उसके उपरान्त आयोजन में बाहर से पधारे सभी अतिथियों एवं वक्तागणों के पन्ना/ चंदेरी तथा ओरछा भ्रमण के साथ आयोजन का समापन होगा।
छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का संक्षिप विवरण
छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर के अंतर्गत एक 1200 व्यक्तियों की क्षमता का बड़ा हॉल निर्मित किया गया है जिसे आवश्यकतानुसार स्लाइडिंग फोल्डिंग पार्टिशन (Sliding Folding Partition) के माध्यम से 05 छोटे हॉल्स में परिवर्तित किया जा सकेगा, इसके साथ ही कन्वेंशन सेंटर के ग्राउंड फ्लोर पर 03 मीटिंग रूम, पेंट्री, किचिन, स्टोर, प्री-फ़ंक्शन लॉबी, ऑर्गनाइजर रूम, पार्किंग एरिया तथा फ़र्स्ट फ़्लोर पर एडमिन ऑफिस, जेन्ट्स व लेडीज़ आर्टिस्ट रूम, स्टॉफ लॉकर रूम, आडियो विज़़ुअल रूम, मेडीकल फेसिलिटी रूम, एस.टी.पी., इंटरप्रेटेशन सेंटर सहित अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों अनुसार एच.वी.ए.सी., आडियो, विडियो सिस्टम, बिल्डिंग मेनेजमेंट सिस्टम, फायर फाईटिंग इक्विपमेंट, प्रोजेक्टर, वीडियो वॉल, सी.सी.टी.वी. सर्विलांस, स्थापित करते हुए अन्य जनसुविधाएं विकसित की गयीं हैं। इस कन्वेंशन सेंटर परिसर का कुल क्षेत्रफल 8.38 एकड़ है, जिसमें 3.55 एकड़ में पार्किंग एरिया निर्मित किया गया है व इस संपूर्ण निर्माण कार्य की कुल लागत लगभग 50 करोड़ है।
माइस टूरिज्म की अवधारणा
माइस (MICE) मीटिंग, इंसेंटिव, कॉन्फ्रेंस, एग्जिबिशन ((Meeting, Incentives, Conference, Exhibitions)का संक्षिप्त नाम है जो कि व्यवसायिक पर्यटन के मुख्य प्रकार हैं, यह एक विशेष पर्यटन श्रेणी है, माइस टूरिज्म के अंतर्गत किसी व्यवसायिक प्रतिष्ठान द्वारा अपने व्यवसाय वृद्धि के उद्देश्य से किसी विशेष गंतव्य पर उपरोक्त गतिविधियों में से एक आयोजन बड़ी संख्या में प्रतिभागियों को एकत्रित कर किया जाता है।
विशेष गंतव्य पर इन गतिविधियों के आयोजन से कई लाभ होते हैं।
प्रथमत: आयोजन में शामिल होने वाले प्रतिभागियों को व्यवसायिक क्रियाकलापों के साथ गंतव्य (डेस्टिनेशन) व इसके आसपास स्थित पर्यटन स्थलों के भ्रमण का भी अवसर प्राप्त होता है जिसका स्मरण उन्हें चिरकाल तक रहता है जिसे वे उनके मित्रों से साझा करते हैं। इस प्रकार गंतव्य का प्रचार प्रसार होता है।
माइस (MICE) इन आयोजनों से इस विशेष गंतव्य (डेस्टिनेशन) स्थल में होटल व्यवसाय की वृद्धि के साथ ही रोजगार के अनेक अवसर स्थानीय लोगों को प्राप्त होते हैं जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है एवं जीवन शैली में परिवर्तन परिलक्षित होते हैं।
आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान के साथ ही गंतव्य एवं आसपास के पर्यटन स्थलों में आधारभूत संरचना का विकास होता है जिसका लाभ वहां के स्थानीय निवासियों एवं अन्य सभी पर्यटकों एवं आगंतुकों को वर्षभर होता रहता है।
आवागमन के साधन संचार माध्यम सभी छोटे-बड़े व्यापार/व्यवसाय, खानपान व्यवसाय, लोककला, संस्कृति आदि सभी क्षेत्रों में माइस टूरिज्म (Mice Tourism) से विशेष सकारात्मक लाभ इस क्षेत्र से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुड़े सभी घटकों एवं हितग्राहियों को प्राप्त होते हैं।