असम की चुनावी राजनीति में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के महारथियों की एंट्री हो चुकी है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से चुनाव समन्वयक बनाए जाने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री सोमवार को पहली बार असम के दो दिनी प्रवास पर गुवाहाटी पहुंच गए। रायपुर विधायक और असम के प्रभारी सचिव विकास उपाध्याय वहां तीन दिन पहले से ही पहुंचे हुए हैं।
असम जाने से पहले रायपुर में संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, पार्टी आलाकमान ने उन्हें असम की जिम्मेदारी दी है। वे असम में पार्टी संगठन को मजबूत करने काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रवास में वे कामाख्या देवी की पूजा कर प्रदेश की खुशहाली की कामना भी करेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री को आज कामाख्या देवी मंदिर पहुंचकर पूजा करना है।
शाम को वे असम कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पार्टी नेताओं की एक बैठक में शामिल होंगे। कल भी वे राजीव भवन में विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों के साथ बैठककर चुनावी वास्तविकताओं से परिचित होने की कोशिश करेंगे। असम के प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह भी इन बैठकों के लिए गुवाहाटी पहुंच चुके हैं। गुवाहाटी हवाई अड्डे पर विधायक विकास उपाध्याय सहित असम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्वागत किया।
छत्तीसगढ़ मूल के वोटरों को सहेजने की कोशिश
माना जा रहा है कि असम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को जिम्मेदारी देकर कांग्रेस नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ मूल के वोटरों को सहेजने की कोशिश की है। रायपुर विधायक और असम के प्रभारी सचिव विकास उपाध्याय ने बताया, असम के क्षेत्रफल का एक बड़ा भू-भाग ग्रामीण अंचल है।
इन इलाकों का मुख्य व्यवसाय चाय बागान के साथ-साथ कृषि है। इसी हिस्से में छत्तीसगढ़, ओडिशा के आदिवासी व सतनामी समाज के लोग कई दशकों से निवासरत हैं। ये लोग किसी प्रत्याशी की हार जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विकास उपाध्याय ने कहा, इस लिहाज से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का असम दौरा कांग्रेस के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा।
बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं तक पहुंचे विकास
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व असम प्रभारी विकास उपाध्याय पिछले तीन दिनों से अपने प्रभार वाले जिलों के विधानसभाओं में बूथ स्तर में बैठक कर रहे हैं। विकास उपाध्याय ने कहा, छत्तीसगढ़ में जिस तरह से बूथ स्तर पर कांग्रेस को मजबूत किया गया है, ठीक उसी तर्ज पर असम में काम करने के लिए पदाधिकारियों को सक्रिय कर दिया है। इसके चलते कांग्रेस में जबरदस्त उत्साह है।