नई दिल्ली: किसानों का प्रदर्शन जारी है, इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि गृहमंत्री अमित शाह ने आज शाम सात बजे बैठक के लिए बुलाया है, उन्होंने कहा कि हम अभी सिंधू बॉर्डर जा रहे हैं. वहां से हम गृहमंत्री के पास जाएंगे. वहीं किसान नेता आर.एस. मनसा ने कहा, ‘‘बीच का कोई रास्ता नहीं है. हम आज की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह से केवल ‘हां’ या ‘नहीं’ में जवाब देने को कहेंगे,’ मनसा ने दावा किया कि केंद्र सरकार ‘भारत बंद’ के सामने झुक गयी है. एक अन्य नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि ‘भारत बंद’ सफल रहा और केंद्र सरकार को अब पता है कि उसके पास कोई रास्ता नहीं है, स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि 25 राज्यों में करीब 10,000 जगहों पर बंद आहूत किया गया, किसान नेताओं ने कहा कि प्रदर्शनकारी बुराड़ी के मैदान नहीं जाएंगे क्योंकि यह एक ‘खुली जेल’ है. उन्होंने रामलीला मैदान में प्रदर्शन की अनुमति देने की मांग की, बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानों ने ‘भारत बंद’ किया है. इस बंद का विपक्षी दलों ने समर्थन किया है और इसका असर देखा जा रहा है, प्रदर्शन कर रहे किसानों के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच अगली बैठक कल प्रस्तावित है. इससे पहले भी किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बैठक हो चुकी है. हालांकि ये बैठक बेनतीजा रहे हैं. किसान संगठन केंद्र से हालिया तीन कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, भारत बंद के बीच आज केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नए कृषि सुधार कानूनों से किसानों के जीवन में समृद्धि आएगी, उन्होंने कहा कि विघटनकारी और अराजकतावादी ताकतों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रामक प्रचार से बचें, MSP और मंडियां भी जारी रहेगी और किसान अपनी फसल अपनी मर्जी से कहीं भी बेच सकेंगे, कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रकाश सिंह बादल से पीएम मोदी ने फोन पर बात की, भारत बंद के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नए कृषि सुधार कानूनों से किसानों के जीवन में समृद्धि आएगी, उन्होंने कहा कि विघटनकारी और अराजकतावादी ताकतों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रामक प्रचार से बचें, MSP और मंडियां भी जारी रहेगी और किसान अपनी फसल अपनी मर्जी से कहीं भी बेच सकेंगे |