भोपाल, आईटी कंपनी विप्रो के चेयरमैन रहे अजीम प्रेमजी का फाउंडेशन बेंगलुरू के बाद अपनी दूसरी यूनिवर्सिटी भोपाल के कानासैया में खोलने जा रहा है। इसके लिए सरकार ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को प्रारंभिक तौर पर 50 एकड़ जमीन देना तय कर लिया है। दरअसल, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने भोपाल के कानासैया गांव में 50 एकड़ जमीन को पसंद किया है। वर्तमान में भोपाल में मास्टर प्लान 2005 लागू है। जिसके तहत इस जमीन का उपयोग कृषि के लिए दर्शाया गया है। इस वजह से यहां यूनिवर्सिटी स्थापित करने से पहले यहां का लैंड-यूज पैटर्न बदलना होगा। इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग को लैंड-यूज कृषि से बदलकर शैक्षणिक करने का प्रस्ताव भेज दिया है। इस पर जल्द ही प्रशासन की ओर से सहमति मिल जाएगी। राज्य के सीएम और उच्च शिक्षा मंत्री दोनों ने ही इस प्रोजेक्ट के लिए प्रारंभिक रूप से सहमति दे दी थी। इन दोनों के प्रयास के कारण ही फाउंडेशन ने भोपाल में यूनिवर्सिटी खोलना प्लान किया है। आपको बता दें कि पहले यह यूनिवर्सिटी रायपुर में खोलना तय हुआ था। उसके बाद भोपाल के कानासैया को सुनिश्चित किया गया है।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के बारे में –
विप्रो कंपनी के अध्यक्ष अजीम हाशमी प्रेमजी ने इस फाउंडेशन की स्थापना 2001 में की थी। इस गैर-लाभकारी संगठन (Non-Profit Organization) को भारत में शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए शुरू किया गया था। यह फाउंडेशन उत्तराखंड, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पुड्डुचेरी, आंध्र प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में खास तौर पर काम करता है। पहले फाउंडेशन मुख्य रूप से प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा था और अब उच्च शिक्षा में भी शुरू कर दिया है।