नई-दिल्ली,19-12-2019: भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का बड़ा सपना गांवो के विकास के बगैर संभव नहीं है, ग्रामीण विकास, कृषि और किसान कल्याण तथा पंचायती राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मंत्रालय के राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गांवों का विकास मोदी सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। ग्रामीण और शहरी विकास के बीच के अतंर को पाटने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही कृषि को आर्थिक रूप से ज्यादा मुनाफे वाला बनाना जरूरी है। श्री तोमर ने इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्रालय के महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनाए दीनदयाल अंत्योदय योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूअरबन मिशन और सभी एसआईआरडीस का परिचालन करने वाले प्रशिक्षण विभाग में के 266 लोगों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए पुरस्कार प्रदान किए। ये पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले राज्यों, जिलों, ब्लॉकों, ग्राम पंचायतों और कर्मचारियों को प्रदान किये गए। ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने पुरस्कार पाने वालों को बधाई दी और कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कमजोर वर्गों को ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से चलाए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों का काफी लाभ मिला है, उन्हें रहने के लिए पक्के मकान, पास के बाजारों तक पहुंचने के लिए हर मौसम में इस्तेमाल की जा सकने वाली सड़कें और रोजगार के अवसर मिले हैं। वृद्धों, विधवाओं और निशक्तजनों को पेंशन की सुविधा तथा कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण की सुविधा भी मिली है, इस समारोह में पंचायत एवं ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं में उत्कृष्ट कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर 22 पुरस्कार मिले हैं। प्रदेश को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की विभिन्न श्रेणियों में नौ, मनेरगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) में सात, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) में पांच और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए एक पुरस्कार से नवाजा गया है। इनमें राज्य स्तर पर दिए जाने वाले 13, जिला स्तर पर दिए जाने वाले तीन, विकासखंड को एक और ग्राम पंचायतों को मिले चार पुरस्कार शामिल हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने इस उपलब्धि पर प्रदेशवासियों व विभागीय अमले को बधाई और शुभकामना दी है। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली के राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा में आयोजित पुरस्कार समारोह में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने छत्तीसगढ़ को ये पुरस्कार दिए। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव सुब्रत साहू ने राज्य की ओर से पुरस्कार ग्रहण किया।
मनरेगा में सात पुरस्कार
छत्तीसगढ़ को मनरेगा के बेहतरीन क्रियान्वयन के लिए सात श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया। प्रदेश जियो-मनरेगा इनीशिएटिव्ह के क्रियान्वयन में देशभर में दूसरा, कार्यपूर्णता में दूसरा और सुशासन (Good Governance) इनीशिएटिव्ह के क्रियान्वयन में भी दूसरे स्थान पर रहा। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मुंगेली जिले को भी पुरस्कार मिला। वहां के कलेक्टर श्री सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। जियो-मनरेगा इनीशिएटिव्ह के तहत जी.आई.एस. संपत्ति पर्यवेक्षण क्रियान्वयन (GIS Asset Supervision Implementation) में जांजगीर-चांपा जिले का पामगढ़ विकासखंड देशभर में दूसरे स्थान पर रहा। व्यक्तिगत श्रेणी में दिए जाने वाले इस पुरस्कार के लिए चयनित पामगढ़ के कार्यक्रम अधिकारी सौरभ शुक्ला ने पुरस्कार ग्रहण किया। वाटर हार्वेस्टिंग हेतु संरचना निर्माण के लिए कोरिया जिले के पोड़ी ग्राम पंचायत (विकासखंड सोनहत) को देशभर में दूसरा तथा मनरेगा कार्यों के क्रियान्वयन में उत्कृष्टता के लिए बालोद जिले के धोतीमटोला (विकासखंड डौंडी) को तीसरा पुरस्कार मिला।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में नौ पुरस्कार
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिए प्रदेश को नौ श्रेणियों में पुरस्कार मिला। छत्तीसगढ़ पूरे देश में एक वर्ष के भीतर आवास पूर्णता में प्रथम, ग्रामीण राजमिस्त्रियों के प्रशिक्षण में प्रथम और दो वर्षों की समयावधि में लक्ष्य के अनुरूप कार्य करने में प्रथम स्थान पर रहा। वहीं तीन वर्षों की समयावधि में लक्ष्य हासिल करने में दूसरे स्थान पर रहा। प्रधानमंत्री आवास योजना के ओवरऑल परफॉर्मेंस में रायपुर जिला पूरे देश में प्रथम और धमतरी दूसरे स्थान पर रहा। तीन वर्षों की समयावधि में लक्ष्य हासिल करने में भी रायपुर जिला पूरे देश में अव्वल रहा। योजना के तहत पंचायत स्तर पर श्रेष्ठ कार्य के लिए रायगढ़ जिले के पोड़ीछाल ग्राम पंचायत की सरपंच गायत्री बाई राठिया और नारायणपुर जिले के छोटेडोंगर ग्राम पंचायत के सरपंच संतोष कश्यप को पुरस्कृत किया गया।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में पांच पुरस्कार
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में बेहतरीन कार्यों के लिए प्रदेश को पांच पुरस्कारों से नवाजा गया। वित्तीय समावेशन और रूर्बन मिशन के क्रियान्वयन में पूरे देश में प्रथम स्थान हासिल करने के साथ ही पब्लिक फाइनेंसियल मैनेजमेंट सिस्टम (PFMS) को लागू करने में देश का पहला क्लस्टर होने का गौरव छत्तीसगढ़ को मिला। समूह निर्माण व क्षमता निर्माण तथा ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित करने (RSETI – Rural Self Employment Training Institutes) के लिए प्रदेश को द्वितीय पुरस्कार दिया गया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में गुणवत्ता में छत्तीसगढ़ पूरे देश में दूसरे स्थान पर रहा। प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रबंध संचालक जितेन्द्र शुक्ला, सहित अन्य अधिकारियों ने अपनी-अपनी श्रेणियों के पुरस्कार ग्रहण किए।