रायपुर(छ.ग), 30-7 : नया रायपुर स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में स्टार्ट अप छत्तीसगढ़ यात्रा का शुभारंभ किया गया, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल ने झण्डी दिखाकर योजना के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष हाईटेक वाहन को जिलों के लिए रवाना किया। इस अवसर पर स्टार्ट अप छत्तीसगढ़ से संबंधित ब्रोशर का विमोचन भी किया गया। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में नये-नये आईडिया को सामने लाने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्टार्ट अप इण्डिया योजना लागू की गई है। इस योजना से राज्य के युवाओं को जोड़ने और लाभ दिलाने के लिए “स्टार्ट-अप छत्तीसगढ़ योजना” शुरू की गई है। राज्य सरकार ने इस संबंध में अलग स्टार्ट-अप नीति भी बनाई है। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप योजना में छत्तीसगढ़ के युवा प्रतिभाओं ने उत्साहजनक भागीदारी निभाई है। वर्ष 2016 में जब यह योजना शुरू की गई, जो इसकी कामयाबी पर संदेह व्यक्त किया जा रहा था। लेकिन कॉलेजों में इस संबंध में कार्यक्रम रख कर प्रतियोगिता आयोजित की गई तो 3 हजार 800 से ज्यादा नये आईडिया आए। इनमें से 125 सर्वश्रेष्ठ आईडिया का चयन करके स्टार्ट अप इण्डिया में पंजीकृत कर लिया गया है, स्टार्ट-अप गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राजधानी के पण्डरी में एक सर्वसुविधा युक्त केन्द्र भी बनाया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह ने अपने उदबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ में कोर सेक्टर का उद्योग मजबूत स्थिति में था, लेकिन पिछले 4-5 सालों में आईटी सेक्टर ने बड़ी तेजी से प्रगति की है। राज्य सरकार द्वारा इन्हें बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां बनाने के फलस्वरूप इस सेक्टर में उछाल आई है। श्री सिंह ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में 50-60 आईटी उद्योग की यूनिट आ चुकी हैं और इनमें लगभग 600 करोड़ का निवेश हो चुका है, उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करने की संभावना होती है, जबकि पावर सेक्टर में रोजगार की संभावना अपेक्षाकृत बहुत कम होती है, उन्होंने बताया कि नया रायपुर को एक बड़े आईटी हब के तौर पर विकसित किया गया है, उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं में काफी क्षमता है। राज्य सरकार उन्हें पूरा अवसर उपलब्ध करा रही है, कोई भी युवा यहां का बिल गेट्स के रूप में उभर सकता है। उन्होंने व्ही वर्ग की कामयाबी का उदाहरण बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में अनेक ऐसी चीजें और परम्पराएं हैं, जिनसे प्रेरणा लेकर नई कम्पनियां बनाई जा सकती हैं, श्री सिंह ने कामयाबी के लिए 4-सी कांसेप्ट को जरूरी बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष श्री छगनलाल मुंदड़ा ने की। कार्यक्रम में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह के अलावा आई.आई.एम के डायरेक्टर भारत भास्कर, सचिव वाणिज्य एवं उद्योग डॉ. कमलप्रीत सिंह, संचालक उद्योग अलरमेलमंगई डी. और संचालक तकनीकी शिक्षा विवेक आचार्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे। वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने स्वागत भाषण और संचालक उद्योग श्रीमती अलरमेल मंगई डी ने आभार प्रकट किया।