Home छत्तीसगढ़ हल्की बूंदाबांदी के बीच राष्ट्रपति पहुँचे जगदलपुर प्रवास पर

हल्की बूंदाबांदी के बीच राष्ट्रपति पहुँचे जगदलपुर प्रवास पर

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया आत्मीय स्वागत

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रायपुर(छ.ग.), 25-7 : दो दिवसीय दौरे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के दौरे पर जगदलपुर पहुँचे। हल्की बूंदा-बांदी के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने विमान तल पर उनका आत्मीय स्वागत किया, अगवानी में जगदलपुर विमान तल पर उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा मंत्री तथा बस्तर (जगदलपुर) जिले के प्रभारी प्रेमप्रकाश पाण्डेय, वन मंत्री महेश गागड़ा और बस्तर के लोकसभा सांसद दिनेश कश्यप, जगदलपुर के विधायक संतोष बाफना, छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष कमलचंद्र भंजदेव, छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष श्रीनिवास मद्दी, अध्यक्ष जिला पंचायत जबिता मंडावी, महापौर जगदलपुर नगर निगम जतिन जायसवाल, प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव अजय सिंह, बस्तर संभाग के कमिश्नर दिलीप वासनीकर, कलेक्टर बस्तर धनंजय देवांगन सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया, इस दौरे में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दंतेवाड़ा के पास ग्राम हीरानार स्थित वनवासी कल्याण आश्रम के बच्चों के साथ बातचीत और बैठकर दोपहर का भोजन भी किया, श्री कोविंद आश्रम के बच्चों के लिए अपने साथ राष्ट्रपति भवन से मिठाई लेकर आए थे। उन्होंने मिठाई खिलाकर बच्चों को शुभकामनाएं दी, राष्ट्रपति ने आश्रम में कम्प्यूटर लैब स्थापना की भी घोषणा की। श्री कोविंद आश्रम में वैदिक गणित की पढ़ाई और तीरंदाजी प्रशिक्षण को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की। उनके साथ स्कूल शिक्षा तथा आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप भी मौजूद थे। भोजन के दौरान श्री कोविंद ने विद्यार्थियों को जीवन में सफलता के लिए बड़े लक्ष्य निर्धारित करने और उन लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करने की सलाह दी। राष्ट्रपति ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कामयाबी के लिए सपने देखना चाहिए और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ उन सपनों को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। राष्ट्रपति ने भोजन के दौरान विद्यार्थियों से सामान्य ज्ञान की भी कई बातें पूछी और उनका सही जवाब मिलने पर बच्चों को शाबाशी दी। श्री कोविंद ने आश्रम की छात्रावास व्यवस्था और वहां बच्चों की शिक्षा आदि के लिए दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी पूछा। वनवासी कल्याण आश्रम पहुंचने पर वहां के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने उनका परम्परागत रूप से आत्मीय स्वागत किया। राष्ट्रपति ने यह जानकर खुशी जताई कि आश्रम में वैदिक गणित की भी पढ़ाई हो रही है और बच्चों को तीरंदाजी का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। श्री कोविंद ने वैदिक गणित की कक्षा और तीरंदाजी प्रशिक्षण का भी अवलोकन किया। साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने धर्मपत्नी श्रीमती सविता कोविंद के साथ दंतेवाड़ा के ऐतिहासिक दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद लेकर बाहर निकलते समय मंदिर के पुजारियों से बातचीत की, श्री कोविंद ने देश और प्रदेश की जनता की सुख-समृद्धि के लिए दंतेश्वरी माता से आशीर्वाद मांगा, ऐतिहासिक दंतेश्वरी मंदिर परिसर में आदिवासी समाज के मांझी-मुखियों ने आत्मीय स्वागत किया, राष्ट्रपति की धर्मपत्नी सविता कोविंद, प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप और अन्य अनेक वरिष्ठजन इस मौके पर उपस्थित थे। दंतेवाड़ा जिले के ग्राम हीरानार में किसान श्री लुदरूराम नाग ने जैविक खाद से की जा रही धान की खेती के बारे में बताया और उन्हें जैविक खेती से तैयार चावल “आदिम” का पैकेट भेंट किया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राष्ट्रपति को दंतेवाड़ा जिले में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए चल रहे प्रकल्पों की जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए दंतेवाड़ा जिले में किसानों को हर प्रकार की सहायता दी जा रही है। इसी कड़ी में वहां के किसानों ने अपनी कंपनी बनाकर जैविक खेती से तैयार चावल को ब्रांड नेम “आदिम” के नाम से बाजार में उतारा है, जिसे ग्राहकों का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है, जिले के कई किसान धान की खुश्बूदार प्रजाति “लोकटी माछी”, जवाफूल और दूबराज की भी खेती कर रहे हैं।

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