रायपुर(छ.ग.)16-5 : कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और उपाधि प्रदान की गई, दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के 406 विद्यार्थियों को डिग्री और 19 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए, इनमें वर्ष 2014-15 एवं वर्ष 2016 व 2017 के बीच में उत्तीर्ण एम.फिल. के 27, स्नातकोत्तर के 170 और स्नातक के 209 छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने कहा है कि पत्रकारिता एक मिशन है, कमीशन नहीं, उन्होंने कहा कि पहले पत्रकारिता एक मिशन थी, आज यह उद्योग का स्वरूप ले रही है, इससे पत्रकारिता की विश्वसनीयता प्रभावित हो रही है। श्री नायडु ने समारोह में कहा कि पत्रकारिता आज उद्योग का स्वरूप ले रही है। पिछले 25 वर्षों के दौरान टी.व्ही. चैनलों ने अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है, प्रौद्योगिकी के विकास के साथ स्मार्ट फोन की मदद से डिजिटल मीडिया हम सबके हाथों में पहुंच चुका है। हम सभी सूचनाएं गढ़ने, प्रेषित करने और प्राप्त करने की क्षमता रखते हैं, ऐसे दौर में हमारी जिम्मेदारी और भी अधिक बढ़ जाती है। उचित और अनुचित में भेद करने का दायित्व हम सभी का है। इस दौर में पत्रकारिता के विद्यार्थियों को विवेकशील बनना होगा। श्री नायडु ने कहा कि पत्रकारिता के विद्यार्थी एक आदर्श पत्रकार के रूप में देश और समाज हित में काम करें और एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दें। माता, मातृभूमि, मातृभाषा और गुरूजनों का सम्मान करना कभी न भूलें, उन्होंने कहा कि आज आई.टी. का युग है, लेकिन इंटरनेट के गूगल जैसे सर्च इंजन कभी भी किसी गुरू का स्थान नहीं ले सकते, श्री नायडु ने कहा कि देश के प्रथम मीडिया गुरूकुल के तौर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। यह विश्वविद्यालय मीडिया शिक्षा में स्नातक से लेकर स्नातकोतर, एमफिल और पीएचडी की शिक्षा प्रदान कर रहा है। इसके लिए मैं विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि आज भी हमारे देश के अनुसूचित जातियों, जनजातियों, महिलाओं और पिछड़े वर्ग के करोड़ों लोगों तक सूचनाएं सही मायने में, सही सन्दर्भों के साथ और सही समय पर पहुंचाने की आवश्यकता है। यह कार्य करके पत्रकार समरस समाज की स्थापना में अपना योगदान दे सकते हैं। अध्यक्षीय आसंदी से दीक्षांत समारोह को मुख्यमंत्री डॉ. रमन ने संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता का गौरवशाली इतिहास रहा है। समाचारों की विश्वसनीयता ही पत्रकारिता और पत्रकारों की पहचान बनाती है। लोकतंत्र में पत्रकारिता सिर्फ समाचार देने का माध्यम ही नही है, बल्कि देश और समाज को सही दिशा देना भी इसका महत्वपूर्ण उद्देश्य है, मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया के तकनीकी औजारों, वेबसाइट, फेसबुक, वाटसअप से इन दिनों हमारे और आपके स्मार्ट फोन पर दुनिया के हर कोने से आ रही सूचनाओं का सैलाब उमड़ रहा है, इन सूचनाओं की सच्चाई का पता सिर्फ नीर-क्षीर विवेक से ही लगाया जा सकता है। समाचार देने के पहले घटनाओं और तथ्यों की पुष्टि आवश्यक है। उपराष्ट्रपति ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की स्मारिका “केटीयु न्यूज” के दीक्षांत विशेषांक का विमोचन किया, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. मानसिंह परमार ने स्वागत उद्बोधन दिया, कुलसचिव डॉ. अतुल कुमार तिवारी ने आभार प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अजय चंद्राकर, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद रमेश बैस विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
पत्रकारिता एक मिशन है : उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु
समाचारों की विश्वसनीयता ही पत्रकारिता की पहचान: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह