‘भारत में सेमीकंडक्टर क्रांति आने वाली है, यह देश किसी को निराश नहीं करता’, सेमीकॉन कॉन्फ्रेंस में बोले PM मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज गांधीनगर में सेमीकॉन इंडिया कॉन्फ्रेंस- 2023 (SemiconIndia-2023) में हिस्सा ले रहे हैं. इस कार्यक्रम का मकसद सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री पर फोकस करना है. दो दिनों के गुजरात दौरे पर आए पीएम मोदी ने सुबह 10.30 बजे कार्यक्रम का उद्घाटन किया. एक सरकारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि ‘सेमीकॉन इंडिया 2023’ में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के दिग्गज एक पैनल चर्चा के जरिये भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश के अवसरों को सामने रखने वाले हैं. इस कार्यक्रम का उद्देश्य नेटवर्किंग, प्रौद्योगिकी प्रदर्शन और आकर्षक व्यावसायिक संभावनाओं के जरिये सेमीकंडक्टर उद्योग की प्रगति को रफ्तार देना है. 30 जुलाई को खत्म होने वाले तीन दिनों के सम्मेलन के दौरान सेमीकंडक्टर चिप, डिस्प्ले फैब, चिप डिजाइन और असेंबलिंग के क्षेत्र के विशेषज्ञ भारत में उभरते अवसरों पर अपने ज्ञान और नजरिये को साझा करने के लिए दुनिया के हर कोने से इकट्ठा हुए हैं.
आज भारत की Indian aspersions भारत के विकास को ड्राइव कर रही है। आज भारत, दुनिया का वह देश है जहां चरम गरीबी तेजी से खत्म हो रही है। आज भारत वह देश है जहां नया मध्यम वर्ग तेजी से बढ़ रहा है. भारत का बढ़ता हुआ नया मध्यम वर्ग, Indian Aspirations का पॉवरहाउस बना हुआ है. संभावनाओं से भरे भारत के इस स्केल के बाजार के लिए आपको चिप- मेकिंग इकोसिस्टम का निर्माण करना है. भारत को इस बात का भी एहसास है कि सेमीकंडक्टर सिर्फ हमारी ज़रूरत नहीं है. दुनिया को भी आज एक trusted, reliable chip supply chain की जरूरत है. दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी से बेहतर भला ये trusted partner कौन हो सकता है.
– पीएम मोदी ने कहा कि भारत में 2014 में 25 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हुआ करते थे. आज यह संख्या 85 करोड़ से अधिक है. यह संख्या न केवल भारत की सफलता के बारे में बता रही है, बल्कि आपके (सेमीकंडक्टर) उद्योग के लिए बढ़ते व्यवसाय के संकेतक के रूप में भी काम कर रही है. हेल्थ से लेकर कृषि और logistics तक स्मार्ट टेक्नोलॉजी के उपयोग से जुड़े एक बड़े विजन पर भारत काम कर रहा है.
– सेमीकॉन इंडिया सम्मेलन-2023 में PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम भारत के डिजिटल क्षेत्र और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण में तेजी से वृद्धि देख रहे हैं. कुछ साल पहले भारत इस क्षेत्र में एक उभरता हुआ खिलाड़ी था और आज वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में हमारी हिस्सेदारी कई गुना बढ़ गई है. 2014 में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 30 अरब डॉलर से भी कम था. आज यह 100 अरब डॉलर को पार कर गया है. सिर्फ 2 साल में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात दोगुना हो गया है. भारत में निर्मित मोबाइल फोन का निर्यात दोगुना हो गया है. जो देश कभी मोबाइल फोन का आयातक था, वह आज दुनिया के बेहतरीन मोबाइल फोन बनाकर उनका निर्यात कर रहा है.