पीएम नरेंद्र मोदी आज राजस्थान के सीकर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान 1.25 लाख प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र (PMKSK) देश को समर्पित करेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री देश के नाम 12 मेडिकल कॉलेज भी करने जा रहे हैं. मन में एक सवाल उठना लाजमी है कि आखिर यह प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र क्या हैं? इससे किसानों का क्या भला होगा? किसान इन केंद्रों पर जाकर अपनी कौन सी समस्या का समाधान कर सकते हैं? आइये हम आपको इन सभी सवालों के जवाब देते हैं.
प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं. यह एक खुद्रा दुकान की तरह किसानों के लिए काम करेंगे, जहां वो उर्वरक, बीज व खेती से जुड़ी अपनी सभी जरूरत का सामाना खरीद सकेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी ने बीते साल इस योजना की शुरुआत की थी. इसके तरह पूर्व में चल रही खुद्रा उर्वरक केंद्रों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र में बदल दिया जाएगा. पीएमकेएसके पर किसानों को केवल खाद व बीज ही नहीं बल्कि खेती से जुड़ी आधुनिक तकनीक भी उपलब्ध कराई जाएगी.
PMKSK में क्या है खास?
मन में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर प्रधानमंत्री किसान समृद्धि पूर्व में चल रही भारत सरकार की खुद्रा दुकानों से क्यों अलग हैं. दरअसल, इन केंद्रों पर किसानों की हर समस्या का समाधान किया जाएगा. अगर किसी किसान को अपने खेत में मौजूद मिट्टी की जांच करानी है तो भी वो पीएमकेएसके पर आकर आसानी से ऐसा करा सकता है. इसके अलावा खेती से जुड़ी आधुनिक तकनीक भी इन केंद्रों के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी. भारत सरकारी की अन्य योजनाओंओं के बारे में भी किसानों को इन केंद्रों के जरिए बताया जाएगा ताकि वो इनका लाभ उठा सकें.