महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को राहत मिली है, क्योंकि जून में थोक महंगाई दर (Wholesale Price Index) घटकर 8 साल के निचले स्तर पर आ गई है. जून में होलसेल प्राइस इंडेक्स रेट -4.12 फीसदी रही. सरकार की ओर से आज थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी किए गए. इससे पिछले महीने यानी मई में थोक महंगाई दर -3.8 फीसदी पर रही थी. ये लगातार तीसरा महीना है जब होलसेल महंगाई दर निगेटिव में आई है.
14 अक्टूबर 2015 के बाद थोक महंगाई दर अपने सबसे निचले स्तर पर है. इसका मतलब है कि जून में होलसेल प्राइस इंडेक्स अपने सबसे निचले स्तर पर है. महीने दर महीने के आधार पर प्राथमिक सामानों की थोक महंगाई दर -1.79 से घटकर -2.87 रही है. वहीं, खाने-पीने की चीजों की WPI मई के -1.59 प्रतिशत से घटकर -1.24 रही है.
वहीं, जून में पेट्रोल-डीजल व ईंधन और बिजली की महंगाई दर में 12.63 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है. मैन्यूफैक्चर प्रोडक्ट की महंगाई जून में भी कम होकर 2.71 प्रतिशत रही. ईंधन और बिजली कैटेगरी में एलपीजी, पेट्रोल और एचएसडी महंगाई में क्रमशा 22.29 प्रतिशत, 16.32 प्रतिशत और 18.59 प्रतिशत की गिरावट आई. कच्चे पेट्रोलियम की मुद्रास्फीति जून में सालाना आधार पर 32.68 प्रतिशत कम हुई है.