देश की संस्कृति, देश के इतिहास को बताती है, उससे लोगों को जोड़ती है. समाज के विकास में उसके उत्थान में संस्कृति का योगदान होता है. संस्कृति देश में एकता बनाने में मदद करती है. अब संस्कृति नीति निर्धारण करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. यह बात हम्पी, कर्नाटक में जी20 संस्कृति कार्यसमूह की तीसरी बैठक के उद्घाटन के मौके पर केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कही. तीसरी बैठक इसीलिए खास है, क्योंकि काशी में होने वाली अंतिम बैठक का मसौदा यहीं पर तय किया जाएगा.
हम्पी में संस्कृति कार्यसमूह की तीसरी बैठक शुरू हुई है. इसमें जी 20 में शामिल 20 देश, 8 मेहमान देश और कई संगठन के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. आज से शुरू हुई बैठक में पूर्व में खजुराहो और भुवनेश्वर हुई दोनों बैठकों के सकारात्मक नतीजों पर चर्चा की जाएगी. संस्कृति कार्य समूह की यह बैठक 4 प्राथमिकताओं पर फोकस रहेगी. इनमें सांस्कृतिक संपदा का संरक्षण और दोबारा से स्थापित करना, भविष्य में विरासत का उपयोग, सांस्कृतिक से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और संस्कृति को सहेजने में डिजिटल तकनीकों का लाभ उठाना है.
संस्कृति कार्य समूह की तीसरी बैठक है, चौथी और अंतिम बैठक प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र भगवान भोले की नगरी काशी में होगी. चौथी बैठक का मसौदा हम्पी में तय किया जाएगा. साथ ही, तीनों बैठकों के नतीजों को अमल में लाने की प्रकिया शुरू की जाएगी.
हम्पी में आज आज बनेगा वर्ल्ड रिकार्ड
सूचना और प्रसारण मंत्रालय की एडीजी नानू भसीन ने बताया कि आज यहां पर वर्ल्ड रिकार्ड बनने वाला है. यहां पर बंजारा समुदाय के लंबानी कलाकारों द्वारा द्वारा सबसे लंबी एंब्रॉयडरी की पैचवर्क वाली प्रदर्शनी लगाई जा रही है. इसमें 1300 पैच का इस्तेमाल किया गया है, इस रिकार्ड को बनाने में 450 लंबानी कलाकार शामिल होंगे. यह प्रदर्शनी संदूर कला केन्द्र के तहत आयोजित की जा रही है.