गुजरात के समुद्री तट से टकराकर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने राजस्थान की ओर बढ़ते हुए गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई. हालांकि, किसी तरह की जान हानि की कोई खबर नहीं है लेकिन लोगों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है. इस बीच बीमा नियामक संस्था IRDAI ने बीमा कंपनियों को चक्रवात बिपरजॉय से प्रभावित राज्यों में जल्द से जल्द क्लेम सेटलमेंट करने का निर्देश दिया है.
भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने सभी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (CEOs) को संबोधित एक अधिसूचना में कहा कि सभी दावों का तत्काल सर्वेक्षण किया जाए और दावा भुगतान जल्द से जल्द हो, और इसमें निर्धारित सीमा से ज्यादा समय न लगे.
प्रभावित पॉलिसीधारकों से संपर्क करें बीमा कंपनियां
इरडा ने कहा, “बीमा कंपनियां पॉलिसीधारक को दावा करते समय और सभी संबंधित दस्तावेज दाखिल करते समय पत्राचार के लिए इलेक्ट्रॉनिक संचार का अधिकतम उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी. यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाएंगे कि दावों के मूल्यांकन के लिए यथासंभव डिजिटल प्रक्रियाओं का सहारा लिया जाए.”
कई राज्यों में संपत्तियों को नुकसान होने की संभावना
चक्रवात बिपरजॉय से कई राज्यों में संपत्तियों (आवास एवं व्यापार) समेत बुनियादी ढांचों का भारी नुकसान होने की संभावना है. नियामक ने बीमा कंपनियों से कहा है कि वे तत्काल सेवा प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सभी संसाधन जुटाएं. इसमें चक्रवात के बाद प्रभावित लोगों के दावों के त्वरित निपटान के लिए जांचकर्ताओं, सर्वेक्षकों और नुकसान समायोजकों की सेवाएं शामिल हैं.
अधिसूचना में कहा गया कि बीमा कंपनियां दावा निपटान टीमों के साथ त्वरित प्रसंस्करण और दावों के निपटान के लिए 24 घंटे चलने वाली अपनी हेल्पलाइन, जिला स्तर पर विशेष दावा काउंटर के माध्यम से दावेदारों की सहायता करेंगी. इसके अलावा बीमाकर्ताओं को सलाह दी गई है कि वे जल्द से जल्द दावों के भुगतान/ऑन अकाउंट भुगतानों का निपटान करें और पॉलिसीधारकों से मोबाइल व ईमेल के माध्यम से संपर्क करें.