कोरोना काल में शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ी थी लेकिन अब निवेशकों की यह तादाद कम होती दिख रही है. इसकी बड़ी वजह रही स्टॉक मार्केट में होने वाला नुकसान…पैसा गंवाने के बाद कई रिटेल इन्वेस्टर्स ने अपने हाथ खींच लिए हैं. मार्केट नियामक SEBI की एक रिपोर्ट से पता चला है कि फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग में निवेशकों ने किस तरह पैसा गंवाया है.
SEBI की रिपोर्ट के अनुसार, शेयर बाजार के फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट यानी वायदा कारोबार में करीब 90 फीसदी निवेशकों ने पैसा गंवाया है. हाई रिस्क, हाई रिवार्ड वाली इस ट्रेडिंग में पैसा तेजी से बनता है लेकिन उसके डूबने की संभावना भी ज्यादा होती है. F&O के जरिए कम पूंजी में बड़े ट्रेड लिए जा सकते हैं.
आंकड़ों की मानें तो 10 में से 9 निवेशक F&O ट्रेडिंग में नुकसान उठाते हैं. साल 2021-22 में प्रति निवेशक औसतन घाटा 1.1 लाख रुपये रहा. ये आंकड़े देश की टॉप ब्रोकरेज फर्म के साथ हुई स्टडी के बाद सामने आए हैं.
हैरानी की बात है कि इन आंकड़ों के बावजूद फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में लगातार निवेश बढ़ रहा है. मई में ऑप्शन ट्रेडिंग में रिकॉर्ड इन्वेस्टमेंट आया. बीते महीने निफ्टी और बैंक निफ्टी में कुल 5.65 अरब सौदे बने.