केरल में मॉनसून (Monsoon Update) के दस्तक देने के बाद अब पूरा भारत मॉनसून की राह देख रहा है. लोग मॉनसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि मॉनसूनी बारिश से गर्मी जाए और राहत मिले. प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट से जुड़े मौसम वैज्ञानिक महेश पालावत के मुताबिक मॉनसून उत्तर भारत में कब दस्तक देगा इसको लेकर अभी कोई सटीक पूर्वानुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन इसके 20 जून के बाद नॉर्थ इंडिया में दस्तक देने की उम्मीद है.
वहीं पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी जिलों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना के कारण लू से राहत मिलने की उम्मीद है. अधिकारियों ने कहा कि हालांकि राज्य के दक्षिणी जिलों में लोग संभवत: 13 जून तक भीषण गर्मी से जूझते रहेंगे. मौसम कार्यालय ने राज्य के उप-हिमालयी जिलों में मॉनसून से पहले की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दो दिनों के भीतर सभी पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम की ओर बढ़ने की संभावना है.
अधिकारियों ने बताया कि पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून आने के कारण मणिपुर, नगालैंड, मेघालय एवं मिजोरम में अगले तीन दिन में और असम एवं अरुणाचल प्रदेश में अगले पांच दिन में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी जिलों- दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार एवं अलीपुरद्वार और सिक्किम में 10 जून तक भारी बारिश और उसके बाद 13 जून तक बहुत भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है.
मुंबई को अभी और करना होगा सब्र
इधर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के लोगों को भी मॉनसून का बेसब्री से इंतजार है. हालांकि मुंबई में आधिकारिक शुरुआत की तारीख 11 जून है, और पुणे के लिए यह 10 जून है. लेकिन अभी यहां लोगों को मॉनसून का और इंतजार करना होगा. महाराष्ट्र में 22 जून तक आंधी-तूफान को छोड़कर सामान्य से कम बारिश की एक विस्तारित सीमा भविष्यवाणी है. विस्तारित रेंज का पूर्वानुमान 15 जून तक दक्षिण कोंकण सहित पश्चिमी तट पर और 22 जून तक महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश का संकेत देता है. आम तौर पर मॉनसून 15 जून तक राज्य को कवर कर लेता है.