भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में लिए गए निर्णयों का ऐलान कर दिया. 3 दिन चली इस मीटिंग के फैसलों की जानकारी आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor, Shaktikanta Das) ने दी. दास ने जहां रेपो रेट (Repo Rate) में किसी भी तरह के बदलाव न करने की घोषणा की, वहीं उन्होंने महंगाई, जीडीपी और अर्थव्यवस्था के अन्य महत्वपूर्ण कारकों पर भी प्रकाश डाला. आरबीआई गर्वनर ने देश में 2,000 और 500 रुपये के नोटों के बारे में भी बात की. साथ ही उन्होंने 1,000 रुपये के नोट के दोबारा प्रचलन में आने पर चल रही चर्चाओं पर भी स्थिति साफ की.
शक्तिकांत दास ने कहा कि अभी तक चलन से बाहर किए गए 2,000 रुपये के आधे नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं. 2,000 रुपये के नोटों को 30 सितंबर तक बैंकों में जमा कराया या बदलवाया जा सकता है. शक्तिकांत दास ने साफ किया कि केंद्रीय बैंक का 500 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने का कोई इरादा नहीं है. इस संबंध में चल रही चर्चाएं भ्रामक हैं. उन्होंने लोगों से इन अफवाहों पर विश्वास ने करने की अपील की
क्या फिर चलेगा 1,000 रुपये का नोट?
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने देश में फिर से एक हजार रुपये का नोट चलन में लाने संबंधी चर्चाओं पर भी आज विराम लगा दिया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक का 1,000 रुपये का नोट छापने की कोई योजना नहीं है. देश में फिर से यह नोट चलन में नहीं आएगा. इस संबंध में जो भी खबरें आ रही हैं, वो कोरी अफवाहें हैं