ओडिशा के बालासोर में हुए घातक ट्रेन हादसे के मृतकों और गंभीर रूप से घायलों के परिजनों को रेलवे तेजी से मुआवजा देने का काम कर रही है. घायलों को 50 हजार रुपये, गंभीर घायलों को 2 लाख रुपये और मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है. अब तक 546 लोगों को मुआवजा मिल चुका है, जबकि 286 मामूली रूप से घायल हैं, 101 गंभीर रूप से घायल हैं, और 90 की मौत हो गई है.
बालासोर रेलवे स्टेशन पर रेल दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को रेल विभाग सहायता प्रदान कर रहा है. हादसे के पीड़ितों को भारतीय रेलवे पिछले तीन दिनों से मुआवजा दे रहा है. सभी जरूरी दस्तावेजों की जांच के बाद नगद, चेक और ड्राफ्ट के जरिए मृतक के परिजनों को मुआवजे की राशि दी जा रही है.
जानकारी के अनुसार मृतक व घायलों के 546 लोगों को अब तक मुआवजे की राशि मिल चुकी है. मृतक के रिश्तेदारों को रेलवे विभाग बतौर नकद 50,000 रुपए की रकम हाथ में दे रहा है, जबकि 9.5 लाख रुपये चेक या ड्राफ्ट के रूप में दी जा रही है. इसी तरह गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को हाथ में 50,000 रुपये और 1.5 लाख रुपये चेक या ड्राफ्ट के रूप में दिया जा रहा है. और मामूली घायल व्यक्तियों को मुआवजे के रूप में 50,000 हाथ में दिए जा रहे हैं. भारतीय रेलवे एक विशेष कोष से उक्त मुआवजा राशि प्रदान करता रहा है.
हादसे में घायल माणिक लाल तिवारी ने कहा, ‘मैं कोरोमंडल के एस1 की 33 बर्थ पर था. इस घटना के बारे में कहना मेरे बस की बात नहीं. मुझे सिर पर मामूली चोट लगी थी और भगवान के आशीर्वाद से मैं खुद को बचाने में सक्षम था. रेलवे विभाग की घोषणा के अनुसार मैं यहां आया था. मुआवजा राशि के तहत 50,000 रुपये नकद मिले हैं.’
खड़गपुर रेलवे मंडल के वरिष्ठ अधिकारी राजेश कुमार ने कहा, ‘हमने 546 लोगों को मुआवजा राशि का भुगतान किया है. इनमें मामूली रूप से घायल व्यक्ति 300, गंभीर रूप से घायल व्यक्ति 121 और मृत्यु के मामले में 125 हैं. मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को 2 लाख और मामूली रूप से घायल व्यक्तियों के लिए 50,000 रुपए की मुआवजा राशि प्रदान की जा रही है. खड़गपुर, हावड़ा, भद्रक, सोरो, भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन सहित भुवनेश्वर के विभिन्न अस्पतालों में भी मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है. रेल विभाग पीड़ितों और मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.’