देश में नए संसद भवन (New Parliament Building) का निर्माण पूरा हो गया है और 28 मई को इसका उद्घाटन होने जा रहा है, लेकिन इस समारोह को लेकर बहस तेज हो गई है. 19 विपक्षी दलों ने देश के इस ऐतिहासिक उद्घाटन समारोह में शामिल होने से मना कर दिया है. तो दूसरी ओर सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन में शामिल दलों के साथ अभी तक अन्य 25 राजनीतिक पार्टियों उद्घाटन समारोह में उपस्थित होने की बात कही है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे.
इस नए संसद भवन उद्घाटन समारोह में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे), नेशनल पीपुल्स पार्टी, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, जन-नायक पार्टी, एआईएडीएमके, आईएमकेएमके सहित एनडीए पार्टियां शामिल होंगी. वहीं YSRCP, बीजू जनता दल (BJD), तेलुगु देशम पार्टी (TDP), BSP, लोक जनशक्ति पार्टी (पासवान), शिरोमणि अकाली और जनता दल (S) सहित गैर-एनडीए दलों ने भी अपनी भागीदारी की पुष्टि की है.
उद्घाटन का बहिष्कार करने में 19 विपक्षी दल
कांग्रेस, वामपंथी, टीएमसी, सपा और आप सहित 19 विपक्षी दलों ने एक साथ आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने की घोषणा की है.
तिकोने आकार में बने नए संसद भवन की लागत 862 करोड़ रुपए
नया संसद भवन चार मंजिला है. तिकोने आकार में बना ये पूरा कैम्पस 64,500 वर्ग मीटर के दायरे में फैला हुआ है. संसद भवन के तीन मेन गेट- ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्मा द्वार होंगे. वीआईपी, सांसदों और विजिटर्स की एंट्री अलग-अलग गेट से होगी. 971 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस नए संसद भवन का आकार त्रिकोणीय है, इसमें स्थान का सबसे अधिक उपयोग सुनिश्चित किया गया है.
इसके कक्ष बड़े और भव्य हैं. लोकसभा में 888 सीटों तक की क्षमता है जिसे भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर की तरह डिजाइन किया गया है. नए राज्यसभा का आकार राष्ट्रीय फूल कमल के आकार पर रखा गया है, जिसमें अब 384 सीट क्षमता है. Centralvista.gov.in के अनुसार, लोकसभा हॉल संयुक्त सत्रों के लिए 1,272 सदस्यों को समायोजित करने में सक्षम होगा.