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कोबरा, NSG, मार्कोस… भारत की 5 खतरनाक कमांडो फोर्स, जब निकलती है तो दुश्मनों में मचती है खलबली

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मार्कोस कमांडो फोर्स (Marcos Commando Force): भारतीय कमांडो फोर्स में सबसे ज्यादा चर्चिक और खतरनाक कमांडो फोर्स मार्कोस कमांडो फोर्स है. इन्हें भारत का नेवी सील्स (Navy Seals) भी कहा जाता है. हालांकि इन्हें इंडियन नेवी के लिए तैयार किया जाता है लेकिन इनकी ट्रेनिंग ऐसी होती है कि यह जमीन से लेकर आसमान तक में दुश्मन का काम तमाम कर सकते हैं. यह फोर्स 1987 में बनाई गई थी. इन्हें दुनिया के सभी आधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है.

कोबरा कमांडो (CoBRA Commando): कोबरा कमांडो फोर्स का पूरा नाम कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन (CoBRA) है. यह कमांडो फोर्स साल 2008 में बनाई गई थी. कोबरा कमांडो फोर्स की ट्रेनिंग तीन महीने की होती है. आमतौर पर इन्हें नक्सल वॉरफेयर और गोरिल्ला ट्रेनिंग दी जाती है. इसे दुनिया की बेस्ट पैरामिलिट्री फोर्स में गिना जाता है. राष्ट्रपति भवन से लेकर संसद भवन समेत देश की कई महत्वपूर्ण इमारतों की सुरक्षा का काम इनके जिम्मे है

पैरा एसएफ (Para SF): पैरा एसएफ (Para SF) कमांडो फोर्स को पैराशूट कमांडो भी कहा जाता है. इसे 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय बनाया गया था. ट्रेनिंग की बात करें तो यह 9 महीने की होती है. खतरनाक और जानलेवा ट्रेनिंग के बाद पास होने वाले कैडेट को मरून टोपी (Maroon Barrett) मिलती है. इस फोर्स के जवानों ने डोगरा रेजिमेंट की घातक टुकड़ी के साथ मिलकर पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था

एनएसजी कमांडो फोर्स (NSG Commando Force): देश में जब भी बड़े आतंकी हमले हुए हैं सभी का मुंहतोड़ जवाब दिया है एनएसजी कमांडो फोर्स (NSG Commando Force) ने. चाहे वह 26/11 हो आ फिर अक्षरधाम मंदिर आतंकी हमला. एनएसजी का पूरा नाम राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (National Security Guard) है. इसे साल 1984 में बनाया गया था. इनकी ट्रेनिंग 14 महीने की होती है. यह गृह मंत्रालय के तहत काम करते है. यह वीआईपी सिक्योरिटी, हाईजैकिंग रोकने, बम का पता लगाने जैसे अन्य काम करने में माहिर होते हैं.

एसपीजी कमांडो फोर्स (SPG Commando Force): साल 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी, इसके बाद इस कमांडो फोर्स का गठन हुआ था. साल 1985 में इसे बनाया गया था. इनका मुख्य काम प्रधानमंत्री की सुरक्षा करना होता है. इसके जवान अक्सर सूट-बूट में हमें प्रधानमंत्री के साथ नजर आ जाते हैं. इन जवानों के सूट के अंदर कई तरह के हथियार होते हैं. कोई भी दुश्मन प्रधानमंत्री के आस-पास भी भटकने की कोशिश करता है तो समझो उसकी मौत निश्चित है.

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