कर्नाटक के मुख्यमंत्री का पद संभालने के एक दिन बाद सिद्धारमैया ने रविवार को बेंगलुरु पुलिस से उनके लिए ‘जीरो ट्रैफिक प्रोटोकॉल’ वापस लेने को कहा. सिद्धरमैया ने कहा कि लोगों की परेशानी को देखते हुए उन्होंने यह फैसला किया है. सिद्धारमैया ने ट्वीट किया, “मैंने बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त से मेरे वाहनों की आवाजाही के लिए ‘जीरो ट्रैफिक प्रोटोकॉल’ वापस लेने के लिए कहा है.”
उन्होंने कहा, “मैंने यह फैसला उस हिस्से से यात्रा करने वाले लोगों को हो रही दिक्कतों को देखने के बाद लिया है, जहां ‘जीरो ट्रैफिक’ के कारण प्रतिबंध लागू रहता है.” शून्य यातायात प्रोटोकॉल का उपयोग तब किया जाता है जब राज्य के शीर्ष गणमान्य व्यक्ति सड़क मार्ग से यात्रा करते हैं और पुलिस जनता पर तब तक यातायात प्रतिबंध लगाती है जब तक वे गुजर नहीं जाते
सीएम का यह फैसला बेंगलुरु में रविवार को भारी बारिश के बीच विधानसौध के पास के. आर. सर्किल अंडरपास में पानी भरने के कारण कार में अपने परिवार के साथ यात्रा कर रही 22 वर्षीय युवती की डूबने से मौत के तुरंत बाद आया. शहर के बीचो बीच अंडरपास में पानी भरने से जलमग्न कार में सवार परिवार के पांच अन्य सदस्यों तथा चालक को दमकल और आपात सेवा कर्मियों ने वहां मदद करने पहुंचे लोगों की मदद से बचा लिया. कार में सवार सभी लोगों को सेंट मार्था अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने भानुरेखा नाम की युवती को मृत घोषित कर दिया.
घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अस्पताल पहुंचे और हालात का जायजा लिया. उन्होंने मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये मुआवजा देने और अस्पताल में भर्ती लोगों के मुफ्त इलाज की घोषणा की. सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से कहा, ‘आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से परिवार ने एक कार किराए पर ली थी और बेंगलुरु घूमने आया था. भानुरेखा इंफोसिस में काम करती थीं. बारिश के कारण, अंडरपास का बैरिकेड गिर गया और ड्राइवर ने अंडरपास को पार करने का जोखिम उठाया, जो उसे नहीं करना चाहिए था.’