रायपुर, छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार रहे स्वर्गीय बबन प्रसाद मिश्र की स्मृति में उनकी जयंती पर मंगलवार को रायपुर प्रेस क्लब में ‘राष्ट्रधर्म एवं पत्रकारिता की चुनौतियां’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार एवं पाचजन्य के समूह संपादक जगदीश उपासने को निष्ठापूर्ण पत्रकारिता के लिए बबन प्रसाद मिश्र स्मृति पत्रकारिता सम्मान प्रदान किया गया। इसके अलावा पत्रकार एवं साहित्यकार गिरीश पंकज को कवि स्व. श्री उमेश शर्मा सम्मान से सम्मानित किया गया। मुख्य वक्ता पांचजन्य के संपादक डॉ. हितेश शंकर ने मूल्यपरक पत्रकारिता के पांच सूत्र संतुलन, समझ, संस्कार, सामूहिकता और संकल्प के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। इससे पहले महापौर प्रमोद दुबे ने स्वर्गीय बबन प्रसाद मिश्र की स्मृतियों को साझा किया और कहा कि वे व्यक्तित्व नहीं विचार थे। कार्यक्रम में साहित्यकार चेतन भारती की पुस्तक ‘मन की आंखें’ काव्य संग्रह और पटनायक द्वारा लिखे गये निबंध संग्रह का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के संयोजक व स्वर्गीय बबन प्रसाद मिश्र के बड़े पुत्र गिरीश मिश्र ने संगोष्ठी के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए अतिथियों व आये हुए लोगों का स्वागत किया। वरिष्ठ पत्रकार श्री जगदीश उपासने ने भारतीय पत्रकारों को राष्ट्र के प्रति समर्पित होने के भाव पर अपना उद्बोधन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष डॉ. विनय पाठक ने बबन प्रसाद से जुडी कई यादों को साझा किया। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर, रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष के. के शर्मा, सुभाष मिश्र, मनीष कुमार झा, आशीष सिंघानिया, चेतन भारती, जे. आर सोनी समेत कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये, एवं विश्व हिन्दू परिषद् के अखिल भारतीय पदाधिकारी श्री रमेश मोदी ने शुभकामनायें दी, विश्व संवाद केंद्र, रायपुर , संगवारी सोशल मीडिया ग्रुप, न्यूज़ हिंदुस्तान एवं छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य परिषद् के संयुक्त तत्वाधान में यह गौरवमय कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य परिषद् के अध्यक्ष नर्मदा प्रशाद मिश्र ’नरम’ ने किया।