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करदाता बन रहे ठगों के नए शिकार! ITR भरने वाले हैं निशाने पर, तरीका ऐसा कि होशियार भी फंस जाएं जाल में

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डिजिटल लेनदेन और ऑनलाइन होती सेवाओं पर सबसे बड़ा खतरा साइबर अपराधियों का है. स्‍कैमर्स हर दिन नया तरीका खोजकर लोगों को ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म पर ठग रहे हैं. कभी केवाईसी (KY) तो कभी क्रेडिट कार्ड और बैंक अपडेट के नाम पर हजारों बार ठग चुके साइबर अपराधियों ने अब इनकम टैक्‍स (Income Tax) से जुड़ा नया तरीका निकाला है. उनके निशाने पर अब इनकम टैक्‍स रिटर्न (ITR) भरने वाले करदाता आ गए हैं. इससे पहले पैन (PAN) और आधार को लिंक करने के नाम पर कई बार साइबर ठगी की जा चुकी है.

साइबर ठग ऐसे लोगों को निशाना बना रहे हैं जो इनकम टैक्‍स के दायरे में आते हैं. स्‍कैमर्स भारतीय खाता धारकों को जल्‍दी इनकम टैक्‍स रिटर्न भरने का दबाव बनाकर उनसे पर्सनल जानकारियां मांगते हैं. टाइम्‍स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, स्‍कैमर्स खाताधारकों को मैसेज भेजकर उनसे पैन और आधार (PAN and AADHAR) का डाटा अपडेट करने की बात कहते हैं. फिर खाता धारकों को डराते हैं कि उन्‍होंने जानकारियां अपडेट नहीं की तो उनका अकाउंट ब्‍लॉक कर दिया जाएगा.

मैसेज में होता है चूना लगाने का लिंक
स्‍कैमर्स ग्राहकों को जो मैसेज भेजते हैं, उसमें एक एंड्रॉयड पैकेज (APK) फाइल का लिंक भी होता है. इस लिंक को खोलने पर एकदम बैंक के ओरिजनल ऐप की तरह ही एप्‍लीकेशन खुलता है, जिसे देख यूजर भरोसा कर लेते हैं. जैसे ही वे अपनी बैंक डिटेल इस ऐप पर डालते हैं, स्‍कैमर्स उनकी गाढ़ी कमाई ले उड़ते हैं. यह APK ग्राहक को चूना लगाने के साथ बैंक को भी नुकसान पहुंचाते हैं. इस ऐप पर रिसीवर अपना लॉगइन पासवर्ड, डेबिट कार्ड नंबर और एटीएम पिन तक साझा कर देते हैं और उनका पूरा बैंकिंग सिस्‍टम हैक हो जाता है.

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