विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस के नए वेरिएंट आर्कटुरस या एक्सबीबी.1.16 के बारे में चेतावनी दी है. कोविड का यह स्वरूप अब तक सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका सहित 22 देशों में पाया गया है. एक्सबीबी.1.16 वास्तव में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन स्वरूप का संक्रामक वेरिएंट है. इस सब-वेरिएंट की वजह से कोरोना के मामले एक बार फिर से आसमान छू रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों को मास्क पहनने के उपायों को फिर से शुरू करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
वेरिएंट का पता पहली बार जनवरी में पता, जिसके बाद यह बढ़ता चला गया. विश्व स्वास्थ्य निकाय लगातार नए स्ट्रेन की निगरानी कर रहा है और उन्होंने इस वेरिएंट को ‘चिंता का विषय’ बताया है. बायोलॉजी रिसर्च वेबसाइट BioRxiv पर प्रकाशित टोक्यो विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के अनुसार, ओमिक्रॉन वेरिएंट की तुलना में यह नया वेरिएंट 1.2 गुना अधिक संक्रामक हो सकता है.
कोरोना के नए वेरिएंट एक्सबीबी.1.16 से संक्रमित मरीजों के मुख्य लक्षणों में सांस की तकलीफ, खांसी और कुछ मामलों में आंखों का चिपचिपा या लाल होना शामिल हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स में वायरोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ स्टीफन ग्रिफिन ने द मिरर को बताया, ‘हां, यह सच है कि भारत में बच्चों में आखों से जुड़ी परेशानी में इजाफा हुआ है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि इसके आधार पर और अध्ययन किए जाने की जरूरत है, लेकिन निश्चित रूप से ऐसा हो रहा है.’ नेत्रश्लेष्मलाशोथ (conjunctivitis) एक आंख का संक्रमण है जो आंखों में लालिमा, खुजली और सूजन का कारण बनता है. इसे पहले भी कोविड के लक्षण के रूप में रिपोर्ट किया गया है, लेकिन ज्यादातर मामलों में नहीं.