भारत सरकार द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी 2023 में वार्षिक आधार पर इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) 5.6 फीसदी दर्ज किया गया है. औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों में लगातार दूसरे महीने तेजी दर्ज की गई है. जनवरी में आईआईपी 5.2 फीसदी रहा था. आईआईपी आंकड़े देश में उद्योगों की समूची स्थिति दिखाते हैं.
दिसंबर में यह 5 फीसदी से नीचे 4.3 फीसदी पर चला गया था. जबकि पिछले साल नवंबर में यह 7.6 फीसदी की रफ्तार से बढ़ा था. यानी दिसंबर में आईआईपी नेगेटिव में चला गया था. राष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान (NSO) ने बुधवार को ये ताजा आंकड़े जारी किए.
अलग-अलग सेक्टर्स की स्थिति
फरवरी में मैन्युफैक्चरिंग सैक्टर का उत्पादन 5.3 फीसदी की दर से बढ़ा. वहीं, खनन क्षेत्र में उत्पादन 4.6 फीसदी और बिजली उत्पादन में 8.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ा है. आईआईपी में तेजी बताती है कि देश में आर्थिक गतिविधियां लगातार मजबूत बनी हुई हैं. जानकारों के अनुसार, शेयर मार्केट में तेजी की एक वजह आईआईपी के संभावित सकारात्मक आंकड़े भी थे.
जनवरी से तुलना
इससे पिछले महीने में खनन क्षेत्र 8.8 फीसदी की गति से बढ़ा था. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 3.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी. वहीं बिजली उत्पादन जनवरी में 12.7 की गति से बढ़ा था. इसके अलावा कंज्यूमर ड्यूरेबल में जनवरी के 7.5 फीसदी के मुकाबले 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. जबकि नॉन कंज्यूमर ड्यूरेबल जनवरी के 6.2 फीसदी के मुकाबले बढ़कर 12.1 फीसदी रहा. साथ ही प्राइमरी गुड्स 6.8 फीसदी, कैपिटल गुड्स 10.5 फीसदी और इंफ्रा गुड्स 7.9 फीसदी की गति से बढ़े.