बीमा नियामक संस्था IRDAI हेल्थ इंश्योरेंस धारकों को एक और बड़ी राहत देने जा रही है. हॉस्पिटलाइजेशन के अलावा अब डॉक्टर्स से किए जाने वाले परामर्श को भी कैशलेस करने की तैयारी है या फिर डॉक्टर की फीस को रिम्बरस किया जाएगा. दरअसल डॉक्टरों द्वारा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) अपनाने पर भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण के हालिया निर्देश से बीमा कंपनियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों में ओपीडी कवर के लाभ को शामिल करना आसान हो जाएगा.
ABDM के एक हिस्से के तहत, IRDAI ने डॉक्टरों और हेल्थ केयर प्रोफेशनल के नेटवर्क के निर्माण के लिए एक हेल्थकेयर प्रोफेशनल रजिस्ट्री बनाने की सलाह दी है. एचपीआर बीमाकर्ताओं को सूचीबद्ध डॉक्टरों का एक नेटवर्क विकसित करने की सुविधा प्रदान करेगा, जिनके पास या तो कैशलेस सुविधा होगी, या ऐसे डॉक्टरों को भुगतान की गई फीस की प्रतिपूर्ति बीमाकृत व्यक्तियों को रिम्बरसमेंट के माध्यम से की जाएगी.
ग्राहकों समेत सभी हितधारकों को होगा फायदा
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, हेल्थ इंश्योरेंस इंडस्ट्री से जुड़े जानकार ने कहा कि हेल्थकेयर प्रोफेशनल आईडी की शुरुआत से हेल्थकेयर इकोसिस्टम बीमाकर्ताओं, टीपीए, डॉक्टरों और यहां तक कि पॉलिसीधारकों जैसे सभी हितधारकों के बीच बेहतर पारदर्शिता आएगी. बीमा नियामक ने हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में व्यापक ओपीडी कवरेज को सक्षम करने के लिए डॉक्टरों, चिकित्सकों और हेल्थकेयर प्रोफेशनल के नेटवर्क के निर्माण के लिए हेल्थकेयर प्रोफेशनल रजिस्ट्री का सर्वोत्तम उपयोग करने की सलाह दी है. इस मिशन की परिकल्पना ग्राहकों की उम्मीदों को पूरा करने की प्रभावी कोशिश और व्यापक ग्राहक आधार तक पहुंचने के लिए की गई है.
इसके अलावा, इससे चिकित्सकों के लिए अपने लिए पेशेवर क्षतिपूर्ति कवर खरीदना भी आसान हो जाएगा, जिससे उन्हें गलत उपचार, लापरवाहीपूर्ण गलत निदान आदि के मामलों से बचाया जा सकेगा. अब जब भी आप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीधारक के रूप में अगली बार किसी बाह्य रोगी विभाग (OPD) में डॉक्टर के पास जाते हैं, तो आपको फीस का भुगतान नहीं करना होगा, बशर्ते आपकी पॉलिसी में ओपीडी बेनिफिट शामिल हो, जो पॉलिसी खरीदते समय लिया जाता है.