उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) का ध्यान इस बार बेंगलुरु में लगे इडली बॉट या इडली एटीएम (Idli ATM) ने खींचा है. इस इडली एटीएम से पैसे की तरह ही ताजी इडली निकलती हैं. सारा काम मशीन ही करती है और यह 24 घंटे सेवाएं दे सकती है. इसकी इन्हीं खूबियों को देखते हुए आनंद महिंद्रा का दिल इस पर आया है. वो चाहते हैं कि यह मशीन विदेश में मॉल और एयरपोर्ट पर भी लगनी चाहिए.
आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा, “बहुत से लोगों ने रोबोटिक फूड वेंडिंग मशीनें बनाने का प्रयास किया है. मान लें कि यह मशीन एफएसएसआई के मानकों को पूरा करती है और ताजी सामग्री उपलब्ध कराती है? तो बताओ बेंगलुरुवासियों इसका स्वाद कैसा है? मैं इसे वैश्विक स्तर पर हवाई अड्डों/मॉल्स में देखना पसंद करूंगा. यह एक प्रमुख ‘सांस्कृतिक’ निर्यात होगा!”
दिन-रात काम करती है मशीन
मनीकंट्रोलकी एक रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु के एक कारोबारी शरण हिरेमथ और सुरेश चंद्रशेखरन के स्टार्टअप फ्रेश हॉट रोबोटिक्स ने यह मशीन बनाई है. इस इडली एटीएम का वीडियो एक ट्विटर यूजर ने अपलोड किया था. यह बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. इस इडली मशीन से इडली मिनटों में मिल जाती है. यही नहीं, यह मशीन दिन-रात काम कर सकती है और लोगों को ताजी इडली परोस सकती है.
ऐसे आया आइडिया
शरण हिरेमठ 2016 में देर रात अपनी बीमार बेटी के लिए इडली खरीदने बाहर निकले थे, लेकिन कोई रेस्तरां नहीं खुला था. इसके बाद ही उनके दिमाग में आइडिया आया कि उन्हें कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे किसी भी व्यक्ति को कभी भी इडली मिल सके. हिरेमठ और चंद्रशेखरन का कहना है कि कई दुकानों पर बासी इडली परोसी जाती है, लेकिन अब इस मशीन के जरिये लोगों को ताजा इडली मिलेगी. स्टार्टअप संचालकों का कहना है कि उनका फूडबॉट साउथ इंडियन डिश परोसने वाली पहली ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन है.
बेंगलुरु में लगे हैं दो इडली एटीएम
बेंगलुरु में दो मशीनें लगाई हैं. शहर के कुछ ऑफिस, रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट पर भी ऐसी मशीनें लगाने की प्लानिंग है. इडली बॉट के अलावा डोसाबॉट्स, राइसबॉट्स और जूसबॉट्स मशीनें लगाने की योजना पर भी काम हो रहा है. बता दें कि देश में कई जगह चॉकलेट और स्नैक्स वेंडिंग मशीन लगी हुई हैं.