देश के कई इलाकों में अब भी बारिश जारी है और इसके बरकरार रहने की संभावना बनी हुई है. भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि देश में मानसून के सक्रिय रहने से अगले 4 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों और मध्य भारत में बारिश होने की संभावना है. आईएमडी का अलर्ट है कि इन इलाकों में बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल सकती है. अरुणाचल प्रदेश और असम व मेघालय में भी गरज के साथ बिजली गिरने और तेज वर्षा की चेतावनी दी गई है. नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आज और कल, अरुणाचल प्रदेश, असम व मेघालय में आज भारी बारिश होने की संभावना है.
वहीं पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में कल बारिश देखने को मिली. एमपी से सटे छत्तीसगढ़ 6 सितंबर को वर्षा होने की संभावना जताई गई है. इसके अलावा बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के ऊपरी क्षेत्रों में आज, कल और 6 सितंबर को बारिश की चेतावनी जारी की गई है. ओडिशा में भी 5 और 6 सितंबर को बारिश का अलर्ट है.
केरल, कर्नाटक में फिलहाल बारिश से राहत के आसान नहीं
दक्षिण भारत में केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है और 6 सितंबर तक जारी रहने की उम्मीद है. जबकि उत्तर में 4 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में छिटपुट और भारी बारिश का अनुमान जताया गया है. यहां गरज के साथ बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की गई है. 4 और 5 सितंबर को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में आज और कल बहुत भारी बारिश की भी संभावना है.
छात्र-केंद्रित कार्डों पर रिवॉर्ड रेट आमतौर पर कम
छात्र-केंद्रित कार्डों पर रिवॉर्ड रेट आमतौर पर कम होते हैं और लाभ केवल उन खर्चों पर उपलब्ध हैं जो छात्र अक्सर करते हैं. रिवॉर्ड के मामले में रेगुलर कार्ड बेहतर होते हैं.
सावधानी से इस्तेमाल करें
एक छात्र के लिए हेल्दी क्रेडिट प्रैक्टिस को विकसित करने के लिए क्रेडिट कार्ड एक अच्छा स्टार्टिंग प्वाइंट हो सकता है. दूसरी ओर अगर समझदारी से इस्तेमाल नहीं किया गया तो वे कम उम्र में कर्ज के जाल में फंस सकते हैं. क्रेडिट कार्ड पर रोलओवर बैलेंस पर ब्याज सालाना 42-45% तक बढ़ सकता है. अगर छात्र समझदारी से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, तो वे जल्दी एक हेल्दी स्कोर बना सकते हैं जो बाद में उन्हें बेहतर ब्याज दर पर लोन मिल सकता है.