केंद्रीय मंत्री नितिन गडकर ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे राजमार्ग का अपडेट देते हुए बताया कि एक्सप्रेस-वे का काम 70 फीसदी पूरा हो चुका है. ये जानकारी उन्होंने एसोसिएशन ऑफ कंसल्टिंग सिविल इंजीनियर्स द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिया. पीआईबी के मुताबिक केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मुंबई के नरीमन पॉइंट से दिल्ली तक एक्सप्रेस-वे से यात्रा करने के लिए आवश्यक समय को घटाकर केवल 12 घंटे कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि 12 घंटे में नागरिकों को नरीमन पॉइंट से दिल्ली ले जाऊं. बता दें कि जनता मार्च 2023 के बाद दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उपयोग कर सकेगी. हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस से जोड़ा जाएगा.
इसके अलावा, यह जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत जैसे आर्थिक केंद्रों से कनेक्टिविटी में सुधार करेगा, जिससे लाखों लोगों को आर्थिक समृद्धि मिलेगी. भारत सरकार द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना इसी चरण से शुरू होगी. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे हाल के वर्षों में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MORTH) द्वारा शुरू की गई सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है. 1380 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, जिसे बनाने में 98,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी, भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा.
यह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और मुंबई की वित्तीय राजधानी के बीच कनेक्टिविटी में सुधार करेगा. इसके अलावा, सड़क परिवहन मंत्रालय दिल्ली और मुंबई के बीच ढाई लाख करोड़ की लागत से एक इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने की योजना बना रहा है. मंत्रालय के मुताबिक इन हाईवे पर ट्रॉलीबस और ट्रॉली ट्रक चल सकेंगे. ट्रॉली बसें इलेक्ट्रिक बसें हैं जो ओवरहेड तारों द्वारा संचालित होती हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम 26 ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे, 2 लाख करोड़ का लॉजिस्टिक्स पार्क बना रहे हैं. साथ ही, हमारे पास कई नवीन विचार हैं जिनके द्वारा हम बुनियादी ढांचे को और विकसित कर सकते हैं, इसमें बहुत बड़ी संभावनाएं हैं.