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दुनिया ने भारत को 75वीं वर्षगांठ पर दी बधाई, बाइडन और पुतिन का मिला संदेश

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आजादी की 75वीं वर्षगांठ (75th Independence Day) पर भारत अमृत महोत्सव मना रहा है तो दुनिया के हर कोने और बड़े-बड़े नेताओं की तरफ से बधाई संदेश मिला है. अमेरिका और रूस से लेकर पड़ोसी देश मालदीव तक से भारत को संदेश भेजा गया है. भारत में नेपाली दूतावास, इटली के दूतावास, जर्मनी के दूतावास, भारत में कनाडा का उच्चायोग समेत दुनिया के अलग अलग देशों ने भारत को आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर बधाई दी. अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन और रूस के राष्‍ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बधाई संदेश भेजा है. इसके साथ ही फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुअल मैंक्रो, भारत में चीन के राजदूत सन वेडॉन्‍ग, मालदीव के मंत्री अब्‍दुल्‍ला शाहिद पहले ही बधाई संदेश भेज चुके हैं.

अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अमेरिका, भारत के साथ है. वह, भारत की स्वतंत्रता के 75वीं वर्षगांठ के मौके पर भारत की लोकतांत्रिक यात्रा में सम्मान के साथ शामिल है जो की महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा द्वारा निर्देशित है. साल 2022 भारत और अमेरिका दो महान लोकतंत्रों के बीच कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ का साल है और भारत और अमेरिका अपरिहार्य साझेदार हैं. राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने विश्वास जताया की कि आनेवाले वर्षो में दोनों लोकतंत्र नियम आधारित ऑर्डर के लिए, हिंद प्रशांत क्षेत्र को खुला और स्वतंत्र रखने के लिए और दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक साथ खड़े रहेंगे.

रूस और ऑस्‍ट्रेलिया ने भेजी शुभकामनाएं

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी भारत को बधाई दी है. भारत की राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम अपने संदेश में पुतिन ने लिखा भारत ने आर्थिक,समाजिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और दूसरे क्षेत्रों सफलता हासिल की है. भारत और रूस का संबंध विशेष सामरिक साझेदारी की भावना से बढ़ रहा है. वहीं, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने लिखा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रादुर्भाव और स्वतंत्र भारत की उपलब्धियां उल्लेखनीय है. भारत और ऑस्ट्रेलिया बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं. भारत को स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने लिखा कि 1947 में जब प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जब अपने लोगों से स्वतंत्रता के विश्वास का आह्वान किया था तो दुनिया सोच भी नहीं सकती थी कि भारत उनकी पुकार को कितनी गंभीरता से सुनेगा.
अल्बानिज ने लिखा की प्रधानमंत्री के तौर पर उनका पहला कार्य QUAD सम्मेलन में शामिल होना था जहां वो पीएम मोदी से मिले और हिंद प्रशांत क्षेत्र में अपनी जरूरतों को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर की.

जापानी दूतावास की तरफ से बधाई
भारत में जापानी राजदूत संतोष सुजुकी ने भारत को आजादी की 75वी वर्षगांठ की शुभकामनाएं तो दी ही इसके अलावा भारत में जापानी दूतावास के जापानी और भारतीय स्टाफ ने एक साथ जन गण मन का गान भी किया.

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