रायपुर, भारत सरकार की जनहित की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत आयोजित वित्तीय समावेशन शिविर में युवाओं को खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए तीन करोड़ 95 लाख 37 हजार रूपए का ऋण स्वीकृत किया गया। इसके पहले लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने एक दिवसीय वित्तीय समावेशन शिविर का शुभारंभ किया, उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, स्टैण्ड अप योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत युवाओं को विभिन्न बैंकों से स्वीकृत ऋण राशि के चेक वितरित किए। इस शिविर का आयोजन भारत सरकार के वित्त मंत्रालय और छत्तीसगढ़ शासन के वित्त विभाग द्वारा रायपुर के अग्रसेन धाम में किया गया। इस शिविर में 48 बैंकों के स्टाल लगाए गए थे। शिविर में विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण स्वीकृत करने के अलावा जन-धन योजना के तहत खाते खोले गए तथा हितग्राहियों के बैंक खातों को आधार और मोबाइल से लिंक किया गया। लोक निर्माण मंत्री श्री मूणत ने शिविर का शुभारंभ करते हुए कहा कि अब युवाओं को आसानी से ऋण उपलब्ध हो रहा है। इससे वे अपने पसंद का व्यवसाय शुरू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत तेरह लाख परिवारों को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण स्वीकृत किया गया है। श्री मूणत ने कहा कि इस ऋण के माध्यम से एक परिवार को ही नही बल्कि दूसरे युवाओं को भी रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए। रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री रमेश बैस ने कहा कि युवाओं के विकास से ही देश का विकास संभव है। इस विकास में प्रधानमंत्री की जनकल्याणकारी योजनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने से एक नये देश का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं के साथ ही महिलाओं को भी इन योजनाओं का लाभ मिल रहा है। मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड ने कहा कि जनधन खाता खोलने में छत्तीसगढ़ देश में पहले स्थान पर है। अब इन खातों को आधार और मोबाइल से लिंक किया जा रहा है। इससे हितग्राहियों को समय पर पैसा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फ्लैगशिप स्कीम के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है। उन्होंने हितग्राहियों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। रायपुर जिले के कलेक्टर श्री ओ.पी. चौधरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यावसायिक शिक्षा पर जोर दिया। शिविर में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 17 हितग्राहियों को 68 लाख 82 हजार 966 रूपए का ऋण दिया गया। इसमें चार हितग्राहियों को ई-रिक्शा के लिए लोन दिया गया। इसी तरह स्टैण्ड-अप योजना के तहत छह युवाओं को दो करोड़ 74 लाख रूपए, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अंतर्गत रेस्टोरेंट खोलने के लिए श्री प्रशांत चन्द्राकर को 13 लाख 30 हजार रूपए तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत श्रीमती शांति साहू को 20 लाख रूपए का ऋण दिया गया। इसके अलावा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) के अंतर्गत चार हितग्राहियों को पांच लाख 25 हजार और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत 14 लाख रूपए का ऋण स्वीकृत किया गया। शिविर में विधायक श्री देवजी भाई पटेल, श्री नवीन मारकण्डेय, श्री सत्यनारायण शर्मा, राज्य शासन के वित्त विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमिताभ जैन, उद्योग विभाग के विशेष सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, रायपुर नगर निगम के आयुक्त श्री रजत बंसल और जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीलेश क्षीरसागर सहित भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि और हितग्राही उपस्थित थे।