भारतीय सेना ने अपने सैटेलाइट कम्यूनिकेशन परखने के लिए ‘स्काईलाइट’ नाम से एक अभ्यास शुरू किया था, जो कामयाब रहा. वास्तव में एक्सरसाइज ‘स्काईलाइट’ के जरिए सेना ने यह जानने की कोशिश की कि उनका सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम कितना मजबूत है? 25 से 29 जुलाई तक किये गए ‘स्काईलाइट’ नाम के इस अभ्यास में थलसेना के सभी सेटेलाइट कम्युनिकेशन एसेस्ट को टेस्ट किया गया.
पूरी एक्सरसाइज में 200 से ज्यादा स्टेटिक सेटेलाइट प्लेटफॉर्म, 80 से ज्यादा वीइकल बेस्ड और मैन पोर्टेबल सिस्टम जांचे गए. एक्सरसाइज ‘स्काईलाइट’ में सेना ने यह भी देखा कि भारी बारिश, बर्फबारी और खराब मौसम के बीच किस तरह सेटेलाइट सिस्टम फ्रंट लाइन पर तैनात सैनिकों को कम्युनिकेशन में मदद करता है. साथ ही यह भी परखा गया कि कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम किस तरह बिना बाधा के काम करता है.