भारत सरकार किसानों के हित में कई सारी कल्याणकारी योजनाएं चलाती है. इन्हीं में से एक लोकप्रिय योजना है किसान क्रेडिट कार्ड यानी केसीसी. गांवों में यह योजना केसीसी के नाम से ही जानी जाती है. किसानों को केसीसी के माध्यम काफी कम ब्याज दर पर आसानी से लोन मिलता है. अगर किसान समय पर इसका भुगतान करता है तो उसे काफी कम ब्याज देना पड़ता है. इस तरह देखा जाए तो यह सबसे सस्ती ब्याज दर वाली लोन योजना है.
केसीसी में को बनवाना भी काफी आसान है. किसान अपने नजदीकी ग्रामीण बैंक या किसी भी सरकारी बैंक से इस योजना का लाभ ले सकता है. केसीसी के तहत किसान 5 वर्ष में 3 लाख रूपये तक का कर्ज ले सकता है. किसान बिना किसी गारंटी की 1 लाख 60 हजार रुपए तक का कर्ज इस योजना में यानी केसीसी से ले सकता है.
लोन लेने में आसानी
भारत सरकार ने पिछले 2 वर्षो में 3 करोड़ किसानों को ये क्रेडिट कार्ड दिए है. इस कार्ड की सहायता से किसान खेती करने के लिए बेहद ही आसानी से कर्ज ले सकता है. साथ ही काम ब्याज में और आसानी से कर्ज का भुगतान भी कर सकता है.
सबसे सस्ता लोन
अगर ब्याज दर की बात करें तो इसके आस-पास कोई लोन स्कीम नहीं दिखती है. केसीसी के जरिए किसान 5 वर्ष में 3 लाख रुपए तक का केसीसी से शॉर्ट टर्म लोन ले सकते है. किसानों को 9 प्रतिशत की दर से लोन मिलता है. इसके बाद सरकार 2 प्रतिशत की सब्सिडी देती है. साथ ही किसान समय पर यदि कर्ज का भुगतान कर देता है तो उसे दो प्रतिशत की अतिरिक्त छूट दी जाती है. इस तरह कर्ज पर आपको 4 प्रतिशत ब्याज देना होता है.
बिना गारंटी 1.6 लाख का कर्ज
केसीसी पांच वर्ष के वैलिड होता है. आप बिना गारंटी के 1 लाख 60 हजार रूपए तक का लोन ले सकते है. इसकी लिमिट पहले 1 लाख रुपए थी. सभी केसीसी लोन पर अधिसूचित फसल /अधिसूचित क्षेत्र, फसल बीमा के अंतर्गत कवर किए जाते हैं.