यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पहली बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में गुरुवार को भाषण दिया. उन्होंने ब्रिक्स देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया है. इस दौरान उन्होंने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को लेकर एक बड़ी बात कही.
पुतनि ने कहा कि रूस और भारत रूस में भारतीय सुपरमार्केट चेन खोलने को लेकर बातचीत कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि किन भारतीय स्टोर्स की चेन रूस में खुलेंगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि रूसी बाजार में चीनी कारों और उपकरणों की हिस्सेदारी बढ़ाने को लेकर भी बातचीत की जा रही है. गौरतलब है कि भारत और चीन ने रूस पर पश्चिमी देशों के कई प्रतिबंधों के बावजूद बड़े पैमाने पर रूसी कच्चा तेल खरीदा है.
पुतिन ने और क्या कुछ कहा
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के लिए एक बहुध्रुवीय दुनिया बनाने के लिए संयुक्त रूप से काम करने की आवश्यकता अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है. उन्होंने कुछ देशों पर “बिना सोचे समझे और स्वार्थी कदम” उठाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ. रूसी राष्ट्रपति ने परोक्ष रूप से पश्चिमी देशों पर निशाना साधते हुए कहा कि आर्थिक नीतियों में अपनी गलतियों का ठीकरा पूरी दुनिया पर डालकर वैश्विक अर्थव्यवस्था में संकट पैदा कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह एक स्वार्थी प्रयास है जिससे ईमानदार और पारस्परिक रूप से पार पाया जा सकता है.
यूक्रेन पर आक्रमण के बाद लगे रूस पर प्रतिबंध
रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ ‘विशेष सैन्य अभियान’ का शुरू किया था. अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी देशों ने यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. हालांकि, ऐसे समय में भारत और चीन ने रूस से काफी बड़ी मात्रा में कच्चा तेल खरीदा है.
चीन कर रहा है मेजबानी
वर्चुअल मोड में हो रहे 14वें ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी चीन कर रहा है. ब्रिक्स पांच देशों, ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का संगठन है. इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया. उनके अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा सम्मेल में शामिल हुए.