मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत और मध्यप्रदेश का नव निर्माण करने की जिम्मेदारी अभियंताओं पर हैं। उन्होंने अभियंताओं से नये भारत के निर्माण के लिये नया मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प लेने का आव्हान किया। श्री चौहान आज विधानसभा के सभागार में मध्यप्रदेश यांत्रिकी सेवा संघ द्वारा आयोजित अभियंता दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। भारत के महान अभियंता स्वर्गीय डॉ. मोक्षगुण्डम विश्वसरैया को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये श्री चौहान ने उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता बताया। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में मध्यप्रदेश अधोसंरचना निर्माण में तेजी से आगे बढ़ा है। इसका श्रेय अभियंताओं के कठोर परिश्रम, उनके ज्ञान और कौशल को जाता है। श्री चौहान ने कहा कि बिजली, सड़क और पानी के क्षेत्र में अभियंताओं की सूझबूझ और मेहनत से नई उपलब्धियाँ हासिल की है। क्षिप्रा, नर्मदा को जोड़ने शहरों और गाँव में पेयजल उपलब्ध करवाने जैसे काम अभियंताओं के रात – दिन की मेहनत के कारण ही सफल हुये। अभियंता समुदाय असंभव काम को भी संभव बना लेता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोक निर्माण, जल संसाधन और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभागों के सेवानिवृत्त अभियंताओं को सम्मानित किया, जिन्होंने मध्यप्रदेश का निर्माण करने में अपना जीवन लगाया। उन्होंने “स्वप्नदर्शी” पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, मध्यप्रदेश यांत्रिकी सेवा संघ के अध्यक्ष श्री अखिलेश उपाध्याय और बड़ी संख्या में विभिन्न विभागों के इंजीनियर उपस्थित थे।