अहमदाबाद, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पी.एम शिंजो आबे ने बुलेट ट्रेन की नींव अहमदाबाद में रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधन में कहा कि आजादी के 70 साल बाद इस प्रोजेक्ट का भूमि पूजन हुआ है, वर्ष 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होंगे, तब मैं और शिंजो आबे बुलेट ट्रेन में एक साथ बैठेंगे, वर्तमान आंकड़ों के अनुसार बुलेट ट्रेन की लागत लगभग 1.10 लाख करोड़ है, जिसमें से 88 हजार करोड़ का कर्ज जापान देगा, इस कर्ज का ब्याज 0.1 फीसदी होगा, जिसे भारत को 50 सालों में चुकाना होगा, पहली बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी, जो 320 किमी/घंटे की रफ़्तार से 508 किमी की दूरी 3 घंटे में तय करेगी, वर्तमान में यह दूरी तय करने में 7 से 8 घंटे का समय लगता है, इसके लिए अहमदाबाद तथा मुंबई के बीच 12 स्टेशन दिए गए हैं, महज 36 हजार आबादी वाले शहरों में भी बुलेट ट्रेन का स्टेशन है, बुलेट ट्रेन बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स से शुरू होकर ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलीमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आणंद, अहमदाबाद के रास्ते साबरमती पहुंचेगी। इस परियोजना के शुरू होने से संगठित क्षेत्र में 24 हज़ार रोजगार पैदा होंगे, 24 ट्रेनें जापान से यहां आएंगी, शेष ट्रेनें भारत में ही बनेंगी। इसके शुरू होने से मेक इन इंडिया को और ताक़त मिलेगी, क्योंकि भारत में उपकरण और कोच बनेंगे।
भारत और जापान के साझा बयान में दोनों देशों ने आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया है, नरेंद्र मोदी और शिंजो आबे ने पाकिस्तान से मुंबई हमले और पठानकोट के गुनहगारों को सजा देने को कहा है, दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ जापान इंडिया कंसल्टेशन को आगे बढ़ाने की बात कही है। साझा बयान में आतंकी संगठनों अलकायदा, आई.एस.आई.एस, जैश ए मोहम्मद और लश्कर तैयबा के खिलाफ साझा सहयोग को और मजबूत बनाने पर जोर देने की बात है। दोनों नेताओं ने सुरक्षा और मैरीटाइम के क्षेत्र में पाइरेसी से मुकाबले को लेकर अपनी वचनबद्धता को दोहराया, इसके अलावा सुमद्री डाकुओं से लड़ने और अन्य तरह के संगठित अपराध से निपटने के लिए क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैकेनिज्म बनाने की बात कही है। मोदी और आबे ने कड़े शब्दों में उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार बनाने और बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम की आलोचना की. दोनों नेताओं ने हाल ही में 3 सितंबर को नॉर्थ कोरिया की ओर से किए गए न्यूक्लियर टेस्ट का भी जिक्र किया। भारत और जापान ने उत्तर कोरिया के न्यूक्लियर और मिसाइल प्रोग्राम का समर्थन करने वाले सभी पक्षों की जवाबदेही तय करने की बात कही है, दोनों देशों ने उत्तर कोरिया से जल्द से जल्द इसे रोकने को कहा है। मोदी-आबे ने साझा बयान में आतंकवाद और चरमपंथी हिंसा के खिलाफ मजबूत अंतरराष्ट्रीय साझेदारी बनाने की बात कही है, इसमें इंफॉर्मेशन और इंटेलिजेंस साझा किए जाने की भी बात है, इस बारे में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रूप से गहन सहयोग की बात है। उन्होंने कहा, जापान के मेरे पिछले दौरे पर हमने न्यूक्लियर सप्लाई समझौते पर हस्ताक्षर किए, क्लीन एनर्जी और क्लाइमेट चेंज के लिए हमारा प्रयास बहुत ही महत्वपूर्ण है. जापान ने 2016-17 में 4.7 बिलियन डॉलर भारत में निवेश किया है, जोकि पिछले साल के मुकाबले 80 प्रतिशत ज्यादा है, यह दोनों देशों के बीच विश्वास के स्तर को दिखाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया पोस्ट और जापान पोस्ट के बीच “कूल बॉक्स सर्विस” शुरू करने का प्रस्ताव दिया, इसके जरिए भारत में रह रहे जापानी लोग अपने देश से पसंदीदा भोजन मंगा सकेंगे। प्रधानमंत्री ने जापान की फूड इंडस्ट्री से भारत में अपने रेस्टोरेंट खोलने का आह्वान किया और कहा कि भारत खुद को बदल रहा है, व्यापार को आसान बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच आज जिन समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं, मैं उनका स्वागत करता हूँ। भारत और जापान के बीच 15 समझौते हुए हैं, प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे दोनों देशों की साझेदारी और मजबूत होगी।