प्राइवेट सेक्टर के बैंक एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने हाल ही में अपने कई नियमों में परिवर्तन किया है. बैंक ने अलग-अलग तरह के सेविंग्स अकाउंट में रखे जाने वाली न्यूनतम राशि की सीमा को बढ़ा दिया है. बैंक ने मुफ्त कैश ट्रांजैक्शन की संख्या को भी कम कर दिया है. बैंक के ये नए नियम ग्राहकों के लिए 1 अप्रैल से लागू भी हो गए हैं.
बैंक की वेबसाइट पर दी जानकारी के मुताबिक मेट्रो और बड़े शहरों में ईजी सेविंग्स और ऐसे दूसरे खातों में अब कम से कम 12,000 रुपये की राशि रखनी होगी. पहले यह राशि 10,000 रुपये थी. यह बदलाव सिर्फ उन्हीं योजनाओं में लागू होगा, जहां अभी अकाउंट में औसत मंथली बैलेंस 10,000 रुपये रखने का प्रावधान है. इसका अर्थ है कि जीरो बैलेंस वाले खाते और ऐसे दूसरे न्यूनतम बैलेंस वाले खातों पर यह नया नियम लागू नहीं होगा. बैंक के मुताबिक, एवरेज मिनिमम बैलेंस में नए बदलाव घरेलू और एनआरआई ग्राहकों पर लागू हैं.
कैश ट्रांजेक्शन की सीमा घटी
एक्सिस बैंक ईजी सेविंग्स और ऐसी दूसरी स्कीमों में मंथली फ्री कैश ट्रांजैक्शन की सीमा को 2 लाख रुपये से घटाकर 1.5 लाख रुपये कर दी है. अभी तक एक्सिस बैंक अपने ग्राहकों को हर महीने 2 लाख रुपये के 4 ट्रांजैक्शन नि:शुल्क उपलब्ध कराता था. अब महीने में चार बार केवल 1.5 लाख-1.5 लाख रुपये ही बिना शुल्क दिए निकाले जा सकेंगे. बैंक ने हालांकि यह स्पष्ट किया है कि नॉन-होम और थर्ड पार्टी कैश लिमिट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. एक्सिस बैंक ने बताया कि मिनिमम बैंलेस और कैश ट्रांजैक्शन से जुड़े नियमों में ये बदलाव 1 अप्रैल 2022 से लागू हो गए हैं.
लगभग सभी बैंकों के सेविंग्स अकाउंट खाताधारकों को अपने अकाउंट में एक न्यूनतम राशि बनाए रखने की जरूरत होती है. लगभग सभी बैंक मिनिमम बैलेंस न रखने वाले ग्राहकों से जुर्माना भी वसूलते हैं. न्यूनतम राशि की यह शर्त हर बैंक में अलग-अलग होती है और आमतौर पर भौगोलिक इलाकों और खाते के प्रकार के आधार पर तय होती है.